मूसलाधार बारिश से रोडों पर 2 फुट पानी, बने परेशानी का सबब
वीरेंद्र सिंह सेंगर
पंचनद धाम औरैया। प्रदेश के ही नहीं बल्कि संपूर्ण राष्ट्र के एकमात्र धार्मिक, पौराणिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थल पवित्र यमुना, चंबल, सिंध, पाहूज और कुंवारी नदियों के पवित्र महासंगम पंचनद धाम तीर्थ क्षेत्र में कल रात से हो रही लगातार भीषण बारिश से चारों ओर त्राहि-त्राहि मची है क्योंकि यह बारिश अधिकतर जानलेवा साबित हो रही है।
बताते चलें कि कल शाम से शुरू हुई क्षेत्र में भीषण बारिश के चलते जहां ग्रामीण क्षेत्रों में गलियों और प्रमुख मार्गो पर दो से ढाई फीट तक पानी बह रहा था जिससे आने जाने वालों विशेष रूप से दो पहिया और पैदल यात्रियों को अपने अपने गंतव्य तक पहुंचने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा वहीं कई मकान क्षेत्र में धराशाई होने से जान माल का भी नुकसान हुआ है।
वहीं यह भी ज्ञात हो कि आज रात से हो रही बारिश के चलते हमारे संवाददाता वीरेंद्र सिंह सेंगर जो जनपद जालौन में बुढ़वा मंगल के आयोजनों की कवरेज हेतु निकले थे लेकिन बारिश की चलते वह अपने घर के लिए रात्रि वापसी नहीं कर सके लेकिन आज सुबह जब वापस अपने गांव जुहीखा औरैया पहुंच रहे थे तो रास्ते में उन्होंने देखा कि मार्ग पर दो से ढाई फीट तक पानी चल रहा था जिससे उनको निकालने में बहुत ही परेशानी का सामना करना पड़ा लेकिन जैसे ही वह जुहीखा पुल पर पहुंचे तो वहां का नजारा देखकर वह आश्चर्यचकित होने के साथ-साथ भयाकुल हो गए क्योंकि पुल का जालौन की ओर का अप्रोच (पहुंच मार्ग) बारिश के पानी से बुरी तरीके से क्षतिग्रस्त हो चुका था जहां पहुंच मार्ग में अंदर ही अंदर लगभग 5 से 7 फीट गहरा गड्ढा हो गया जो रोड के अंदर अंदर रोड को खोखला करते हुए निकल गया जिससे ऊपर की सतह से नीचे होने वाली गतिविधियों का चालकों को जानकारी न चल पाने के कारण कभी भी कोई भी हादसा हो सकता है।
बताते चलें कि जब पत्रकार वीरेंद्र सिंह सेंगर पुल पर कवरेज करने के साथ साथ गड्ढे से बचाव हेतु संकेत के रूप में उसके चारों ओर ईंट पत्थर के साथ-साथ पेड़ों की टहनियों को लगा रहे थे तभी उन्होंने देखा की दूसरी ओर से दिल्ली से चलने वाली कृष्णा बस सर्विस पुल पर तेजी से भागती हुई उस ओर आ रही थी जिसे उन्होंने तुरंत अपने दिए गए संकेत से रोका जिससे बहुत बड़ा हादसा होते-होते टल गया यह बस दिल्ली से माधौगढ़ चलती है वाली कृष्णा बस सर्विस अपनी रफ्तार से पुल पर जैसे ही आगे बढ़ रही थी तो वहां तैनात वहां पर मौजूद पत्रकार वीरेंद्र सिंह सेंगर अपनी तत्परता दिखाते हुए संकेत कर उसको रोक कर एक तरफ आराम से निकाला जिससे श्री सेंगर की सूझबूझ से पुल पर आज बहुत बड़ा हादसा होते-होते बचा।
वहीं यह भी ज्ञात हो कि इसके बाद श्री सेंगर ने उस गड्ढे के आसपास ईंटा पत्थर और हरी टहनियों को चारों ओर रखकर लोगों को संकेतक लगाए जिससे कोई दुर्घटना न हो और वही इस खबर को फेसबुक के माध्यम से प्रसारित कर संबंधित सभी अधिकारियों तक सूचना पहुंचाने का कार्य किया जिससे किसी भी प्रकार की दुर्घटना को वक्त से पहले रोका जा सके।
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