भू माफिया-वन विभाग और राजस्व के पाटों में पिस रहा क्या आमजन?
कालपी जालौन दीपावली की तैयारियां जोरों पर है हर घर में सब सफाई और रंगाई पुताई हो लही है! साफ सफाई में साल भर से एकत्र हो रहा टूटा फूटा टीन लोहा प्लास्टिक आदि कबाड़ भी घरों सै निकलता है ऐसे में कबाड़ खरीदने वाले कबाड़ियों की संख्या में भारी बढोत्तरी हो जाती है !
मगर आज में आपको सावधान करते हुए इन कबाडियों की तकनीकि और तरीके बताते हैं!अधिकांश कबाड़ खरीदने वालों को जो थोक के बडे़ कबाड़ी होते है उनके द्वारा ही इन्हें ठेला(रिक्सा)कांटा बांट तथा पैसा देकर भेजा जाता है जो उनको कमीशन देते हैं पर यहां आपको एक बात ध्यान रखनी है जब आप पना कबाड़ बेंचें तो इन कबाडि़यों की तराजू अवश्य चैक करलें इनकी तराजू की डंडी जिसको पकड़ कर यह आपका कबाड़ तौलते है वह इनकेद्वरा विशेष प्रकार से बनाई जाती है जहां यह कांटा पकड़ते हैं उसमें एक बडी़ कील होती है जो कपडे़ से लपेट कर छुपा देते हैं जिसे पकड़ने का तरीका इनका ऐसा होता है कि वह जिस तरफ झुकाते हैं उसी तरफ झुकती है भले ही पलडे़ पर आपका दो किलो अबाड़ हो वह उसेएक किलो से भी कम दखा देते हैं इनकोकबाड़ देने से पहले इनके तराजू (कांटे )की जांच अवश्य करलें!