फर्जी बैनामा कांड की पर्त दर पर्त खोलने में जुटी पुलिस

को का दवा 72 घंटे के अंदर हो जाएगा दूध का दूध और पानी का पानी
करोड़ों रुपए के बैनामा में सनलिप्त लोगों से की गई घंटे पूछताछ
अमित गुप्ता
संवाददाता
कालपी/जालौन कालपी बीते 28 अगस्त को हुये फर्जी बैनामा को लेकर जहाँ हर कोई पुलिस की कार्यवाही को सुनने को बेताब है तो वहीं तेज तर्रार कालपी क्षेत्राधिकारी डा. देवेन्द्र पचौरी द्वारा भी बिंदुवार तरीके से की जा रही जांच पड़ताल यह साबित कर रही है कि वे किसी भी सूरत में कोई कमी नहीं छोड़ना चाहते ! फ़िलहाल उन्होंने आज क्रेता, विक्रेता और इस प्रकरण से जुड़े ज्यादातर लोगों से पूँछतांछ की है और सब रजिस्ट्रार कार्यालय के लिपिक और कुछ बिंदुओं पर सब रजिस्ट्रार कालपी से भी पूँछतांछ की जब सी. ओ. कालपी से इस संदर्भ में पूंछा गया तो उन्होंने कहा कि जांच चल रही है शीघ्र ही खुलासा कर दिया जाएगा निर्दोष फंसेगा नहीं,दोषी बचेगा नहीं बहात्तर घंटे के अंदर सब दूध का दूध पानी का पानी कर दूंगा!
मालूम हो कि बीते 28 अगस्त को छौक की एक जमीन का करीब तीन करोड़ की लागत का बैनामा हुआ मजे की बात ये कि उक्त जमीन का बैनामा विद्यावती ने ही किया और जमीन भी विद्यावती के नाम फिर आखिर फर्जी कैसे पता चला हाँ अब ये समझाते हैं कि जब बैनामा हुई जमीन का दुबारा से दान पत्र लिखने को आया तो पूरी तहसील में चिक चिक हुई कि पहले वाला बैनामा फर्जी है जिसको लेकर स्वयम को असली विद्यावती और उस जमीन का वास्तविक हकदार बताते हुये उच्चाधिकारियो को अवगत कराया गया इधर जब पूर्व में 28 अगस्त को बैनामा कराने वाली पार्टी और संबंधी लोगों को पता चला तो खोजबीन शुरू हुई और संलिप्त लोग अपने अपने तरीके से बचाव के उपाय करने लगे और तब तक पुलिस एक्शन मोड में आ चुकी थी क्यो कि लोग समझ रहे थे कि पुलिस की निगाहे हम पर हैं नहीं लेकिन पुलिस थी कि हर संदिग्ध पर नजर रखे हुये थी कुछ लोगों ने तो अपने मोबाइल से काल डिटेल ही हटा दी थी लेकिन पुलिस इस प्रकरण से जुड़े हर पहलू पर गौर कर रही थी पुलिस की कार्यवाही से डर कर 28 अगस्त को जमीन क्रय करने वाले खुद ही बैक फुट पर आ गए हैं वे बैनामा कैंसिल कराने के लिए प्रार्थना पत्र दे आये हैं परंतु इतनी बड़ी सौदा करने वालों ने किसके कहने पर इतनी बड़ी चूक की कि विक्रेता से नहीं मिले कही सौदा कराने वाले 420 उन्हीं के गुर्गे तो नहीं पुलिस को जांच में इस बिंदु पर भी गौर करना होगा हालांकि इस मामले से जुड़े कई महत्वपूर्ण लोग पुलिस हिरासत में आ चुके हैं और सम्भावना है कि अतिशीघ्र ही दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा !
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