पूर्व सैनिकों को मौलिक अधिकारों की विस्तृत जानकारी नहीं है* कैप्टन जोगेन्दर सिंह सेंगर

Jun 25, 2023 - 19:16
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पूर्व सैनिकों को मौलिक अधिकारों की विस्तृत जानकारी नहीं है* कैप्टन जोगेन्दर सिंह सेंगर

वीरेंद्र सिंह सेंगर 

झांसी जालौन। देश के पूर्व सैनिकों के सबसे महत्वपूर्ण संगठन *

इंडियन वेटरंस आर्गेनाइजेशन* के राष्ट्रीय अध्यक्ष और फाउंडर माननीय कैप्टन जोगेंदर सिंह सेंगर के झांसी आगमन पर पूर्व सैनिकों ने उनका भव्य स्वागत किया इसके पश्चात उन्होंने सभी का परिचय करते हुए उनकी समस्याओं को सुना तत्पश्चात उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि सैनिकों की पूरी जिंदगी कठिन परिस्थितियों में बीतती है इसके बावजूद भी वे खुश रहते हैं और देश में जहां कहीं भी उनको भेजा जाता है चाहे सर्दी हो या गर्मी उनके सामने केवल देश की रक्षा ही सर्वोपरि है।

उन्होंने कहा कि जब एक सैनिक सेवा निवृत्त होता है तो उसकी उम्र 35 साल से 50 साल के बीच में हो जाते है तभी उनके ऊपर परिवार का भार बहुत होता है और वेतन आधा पेंशन के रूप में मिलता है जिससे उनके बच्चों की पढ़ाई लिखाई के साथ साथ शादी विवाह जैसी जिम्मेदारियां आ जातीं हैं ऐसे वक्त पर वह आर्थिक स्थिति से जूझने लगता है और किसी भी नौकरी को करने के लिए मजबूर हो जाता है जबकि वह सेना में रहते हुए बहुत ऐसे कोर्स किए होते है जो टेक्नीचली मजबूत होते है लेकिन उनकी कार्यकुशलता के अनुरूप काम नहीं मिल पाता है तो ज्यादातर सैनिक अवसाद में आ जाते हैं उसकी वजह है कि उनको सरकारी योजनाओं की जानकारी नहीं होती है और मौलिक अधिकारों से वंचित रह जाते हैं जिसमे सेवा निवृत्त सैनिकों ,वीर नारियों के अलावा शहीद परिवार की जिंदगी दूभर हो जाती है इन्हीं सभी की भलाई के लिए यह परिवार के रूप में संगठन कार्य कर रहा है l  

श्री सेंगर ने यह भी बताया कि पेंशन मे विसंगतियां भी बहुत हैं जैसे मिलिट्री सर्विस पे,विकलांग पेंशन को लेकर जवानों और जेसीओ ने मिलकर जंतर मंतर पर प्रदर्शन करना पड़ रहा है जबकि इसकी जरूरत नहीं पड़नी चाहिए थी और अभी भी पूर्व सैनिक इसके लिए संघर्ष कर रहे है जो सरकार को सैनिकों के प्रति सहानुभूति होना चाहिए वो नही है l सरकारी विभागों मे जो पूर्व सैनिकों को कोटा 5% फिक्स था कि अवकाश के बाद उनको सिविल मे नौकरी मिल जाती थी वह भी बंद कर दी गई l उनको सुरक्षा गार्ड की ड्यूटी मिल जाती थी जिसमे हथियार के साथ होने से अच्छी सैलरी मिल जाती थी तो जो पूर्व सैनिकों के हथियार के लाइसेंस जम्मू कश्मीर से बने हैं उनको रेनुबल जिले में नहीं हो पा रहे हैं जिससे वे अपने हथियार के रेनुवल के लिए ऑफिसों के चक्कर लगा रहे है कोई भी सुनवाई नहीं हो रही है ये सभी समस्याएं अध्यक्ष जी को बताई गई उन्होंने सभी को सुना और समस्याओं के हल के लिए प्रॉपर चैनल सरकार से बात करने का आश्वासन दिया l 

बताते चलें कि इस कार्यक्रम की अध्यक्षता सूबेदार मेजर जनक सिंह प्रदेश उपाध्यक्ष ने की ,l संचालन सूबेदार आर डी फौजी और सूबेदार मेजर इंद्रपाल सिंह ने संयुक्त रूप से किया l अंत में आभार सूबेदार मानसिंह यादव जिला संयोजक और सार्जेंट किशोरी लाल ने सभा का समापन किया सभी को धन्यवाद दिया इस दौरान दर्जनों पूर्व सैन्य वीरांगनाओं और शहीद परिवार ने भाग लिया l

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