सगों और खास रिश्तों को छोड़कर संत धर्म का पालन कर रहे हैं गौ पुत्र धर्म दास महाराज
वीरेंद्र सिंह सेंगर
मथुरा। आपको बता दें कि अपने सभी सगे संबंधियों को छोड़कर संत और ब्रजवासी गौ रक्षक सेना भारत संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौ पुत्र धर्म दास महाराज।
बताते चलें कि अपने सगे भाई डाक्टर राम किशोर के छोटे बेटे कुंवर उदयभान सिंह कुछ समय पहले शादी थी तथा डॉ राम किशोर गांव मुस्तफाबाद फरह ब्लाक के रहने वाले हैं उनके तीन बेटे और दो बेटियां हैं सबसे बड़े बेटे का नाम कुंवर योगेश कुमार, दुसरे बेटे का नाम डॉ विनोद कुमार तथा तीसरे बेटे का नाम कुंवर उदयभान सिंह तथा बेटी पिंकी,उमा है उन्होंने गौ पुत्र धर्म दास महाराज को निमंत्रण दिया था। तथा जिस दिन लग्न आई उस दिन भी फोन कर बुलाया। लेकिन गौ पुत्र धर्म दास महाराज ने कहा कि सारा संसार हमारे भाई बहन हैं जब हम संत समाज में है तो हमारा रिश्ता पहले था जिस दिन हमारा नाम कर्ण हुआ था उसी दिन हमारा पुराना जीवन खत्म हो गया।अब केवल हम संत गुरु की आज्ञानुसार काम कर रहे हैं तथा शादी के सात दिन बाद गौ पुत्र धर्म दास महाराज मथुरा से फरह ब्लाक के गांव मुस्तफाबाद में पहुंचे और सभी परिवारी जन से मिले और आशीर्वाद देकर अपने अगले नियत कार्यक्रम के अनुसार भ्रमण में निकल गये।
संत समाज की महिमा अपरम्पार है उन्हें न किसी प्रकार की चिंता न किसी प्रकार का भंय, केवल और केवल निस्वार्थ भाव से भगवान की भक्ति में लीन रहते हैं। संसार सागर में भ्रमण करते रहते हैं न खाने की चिंता न रहने की चिंता न पैसे की चिंता न सोने की चिंता केवल चिंता है तो गौ माताओं की सेवा और रक्षा की है। ऐसे लोग बहुत कम होते हैं जो निस्वार्थ भाव से सेवा करते हैं। संत समाज में भी केवल नागा साधु, नाथ साधु और वैष्णव सम्प्रदाय के संत समाज ही निस्वार्थ भाव से भगवान की भक्ति करते हैं बाकी संत तो केवल परिवार को पालने के लिए संत समाज में रह कर लोगों को ठगने में लगे हैं जैसे श्री श्री महामंडलेश्वर राजेन्द्र गिरी महाराज जैसे लोग केवल परिवार को पालने में लगे हैं और लोगों को गुमराह कर रहे हैं। कुछ संत समाज तो सही है लेकिन कुछ संत समाज का चोला ओढ़कर संत समाज को बदनाम करने में लगे हैं। संत समाज का हाथ सिर पर होता है लेकिन आज कुछ संत समाज तो भिक्षा मांगने में लगे हैं।हम उन लोगों से एक अपील करते हैं क्या आपका जीवन बड़ी बड़ी गाड़ियों में घुमाने के लिए हुआ है, क्या कारण है जो भगवान की भक्ति को छोड़कर पैसे कमाने पर ध्यान दें रहे हों। जागो भारतवासियों जागो।
इतिहास गवाह है जब जब संत समाज ने एकसाथ होकर धर्म के लिए कदम उठाया है तब तब भगवान श्री कृष्ण ने उनका साथ दिया है।आज हमारी गौ माता की हालत गंभीर बनी हुई है संत समाज से अनुरोध है कृपया गौ माताओं की पीड़ा को देखो और एकजुट होकर संघर्ष करों। संत रुप भगवान श्री हरि का प्रिय रुप होता है।
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