33 करोड़ की लागत से रेलवे क्रासिंग ओवरब्रिज का काम 6 वर्ष गुजरने के बाद भी अधूरा
जिला संवाददाता
अमित गुप्ता
कालपी(जालौन)
कालपी/जालौन दो जिला मुख्यालय उरई - हमीरपुर मार्ग में 33 करोड़ की लागत से निर्मित होने वाले जोल्हूपुर रेलवे क्रॉसिंग परियोजना का काम 6 वर्ष गुजर जाने के बाद भी पूरा न होने से आये दिन जाम तथा आवागमन की समस्या पैदा हो गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार उरई -जोल्हूपुर मोड़-हमीरपुर फोरलेन सड़क में बेहतर यातायात व्यवस्था के लिए जोल्हूपुर रेलवे क्रासिंग में फोरलेन ओवरब्रिज निर्माण कार्य की मंजूरी वर्ष 2017 में मिली थी। उ.प्र. राज्य सेतु निगम तथा रेलवे विकास निगम लिमिटेड के द्वारा वर्ष 2018 में काम शुरू कराया गया था। तीन वर्ष के अंदर कार्य पूरा होना था, लेकिन 6 वर्ष से अधिक का समय गुजर चुका है लेकिन काम पूरा नहीं हो सका। कार्य का निर्माण होने की वजह से भारी वाहनों के लिए आवागमन पर पूरी तरह से रोक लगी थी। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि भूपेंद्र सिंह, विवेक सिंह, रविन्द्र सिंह राठौड़ आदि ग्रामीणों ने जानकारी देते हुये काम की धीमी गति तथा अव्यवस्थित तरीके से चल रहा है। चूंकि करीब दो सप्ताह पहले मौर्य से लदे भारी वाहनों को क्रासिंग से गुजरने की अनुमति दी गई है। जबकि खाली ट्रक डायबरर्ट करके आटा इटौरा होकर निकालने की व्यवस्था की गई है। खाली ट्रक के तमाम चालक मनमानी करके रेलवे क्रॉसिंग से ही अपने वाहन निकालने लगते हैं दोनों तरफ के बहनों के हवाजाही के कारण मार्ग में लंबा जाम लग जाता है भीषण गर्मी की वजह से मुसाफिर गाड़ियों में जाम में फंसे रहते हैं। ज्ञान भारती चौकी इंचार्ज जितेंद्र कुमार ने बताया कि सुगम यातायात व्यवस्था के लिए क्रॉसिंग के दोनों साइड में सिपाहियों की तैनाती की गई है। उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर मुकेश कुमार तथा अवर अभियंता आर.के सचान ने क्षेत्रीय विधायक विनोद चतुर्वेदी को आश्वासन 31 मई 2024 के अंदर टू लेन ओवरब्रिज का कार्य पूरा हो जाएगा तथा सभी हल्के भारी वाहन गुजरने लगेंगे, फिलहाल रेलवे के द्वारा ओवर ब्रिज में रेलिंग का कार्य चल रहा है। आश्वासन के बावजूद भी अधिकारी काम तो पूरा नहीं कर सके हैं।
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