नून नदी के दोनों किनारे जन सहभागिता से होगा एक पेड़ माँ के नाम वृक्षारोपण अभियान

अमित गुप्ता
उरई जालौन
उरई (जालौन) जनपद में जल संरक्षण को लेकर जनसहभागिता रंग ला रही है। सूखी पड़ी नून नदी में अब फिर से जल प्रवाह शुरू हो गया है, जो पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने विभागीय अधिकारियों के साथ आज प्रातः 6:00 बजे नून नदी पहुंचकर वृक्षारोपण कार्यक्रम की तैयारी और नदी सरंक्षण क्षेत्र का निरीक्षण किया।
जिलाधिकारी ने प्रभागीय वन अधिकारी को निर्देशित किया कि "एक पेड़ माँ के नाम" अभियान के तहत कल नून नदी के किनारे वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया जाए। इस अभियान में सभी माननीय जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और आम नागरिकों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। इस विशेष पहल के तहत प्रत्येक व्यक्ति अपनी माँ के नाम पर एक पेड़ लगाएगा, जो पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ भावनात्मक जुड़ाव को भी दर्शाएगा। जिलाधिकारी ने नून नदी पर बन रहे जलाशय का भी निरीक्षण किया। जलाशय इस प्रकार से निर्मित किया जा रहा है कि नून नदी में स्वाभाविक रूप से जल प्रवाह निरंतर बना रहेगा ।इससे क्षेत्र में जल स्तर को बनाए रखने में मदद मिलेगी और आस-पास की खेती व जीवन को नया संबल मिलेगा। यह पहल न केवल जल संरक्षण की दिशा में एक सकारात्मक कदम है, बल्कि जन सहभागिता के माध्यम से सामूहिक उत्तरदायित्व की मिसाल भी पेश करती है। जल संरक्षण व पर्यावरण संतुलन हेतु यह कार्यक्रम जनपद में एक प्रेरणादायी प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। इस अवसर पर प्रभागीय वनाधिकारी प्रदीप यादव, डीसी मनरेगा रामेन्द्र सिंह, खण्ड विकास अधिकारी आदि सहित सम्बंधित अधिकारी मौजूद रहे।
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