स्वास्थ्य केंद्र न खुलने से हो रहा खंडहर में तब्दील

कोंच (जालौन) आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर सरकार द्वारा ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने के लिए निर्मित किए गए हैं लेकिन इनके संचालन में सरकारी कर्मचारी बाधा बने हुए हैं क्योंकि जो भी इन सेंटरों में नियुक्त है वही इस केंद्र का बुरा हल करने में मनोयोग से जुटा हुआ है। मामला तहसील क्षेत्र के ग्राम परेथा का है जहां पर नवनिर्मित आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर बंद होने से मरीजों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है और स्वास्थ्य केंद्र न खुलने के कारण खंडहर में तब्दील होता जा रहा है दिन रविवार सुबह ग्राम के निवासी जितेंद्र बिकास कुशवाहा राहुल मुरलीधर सहित तमाम ग्रामीणों ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्र महीने में एक या दो बार खुलता है और खाना पूर्ति करके यहां पर पदस्थ अधिकारी चले जाते हैं जिसके चलते इसमें गंदगी फैली रहती है और यह बिल्डिंग साफ सफाई न होने के कारण ध्वस्त भी हो जाएगी वही हम ग्रामीणों को इस स्वास्थ्य केंद्र का कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है जबकि उत्तर प्रदेश सरकार मरीजों को बेहतर इलाज की सुविधा देने के लिए स्वास्थ्य केंद्र संचालित कर रही है और इसे चलाने के लिए तैनात लोगों को मोटी रकम दी जा रही है लेकिन यहां तैनात डाक्टर और कर्मचारी इतनी लापरवाह हैं कि यह स्थिति ग्राम में संचालित स्वास्थ्य केंद्र में देखी जा सकती है वही ग्राम प्रधान कैलाश बरार का कहना है कि स्वास्थ्य केंद्र की हालत सही नहीं है और इस मामले में हम जनप्रतिनिधि अधिकारियों से मिलकर शिकायत करेंगे और यहां स्वास्थ्य केंद्र को प्रतिदिन खुलवाने के लिए अपना पूर्ण प्रयास करेंगे जिससे ग्रामीणों को इस स्वास्थ्य केंद्र का लाभ मिल सके।
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