यमुना के बाद चंबल और सिंध नदी में छोड़े गए पानी से पंचनद धाम क्षेत्र में बाढ़ की बन रही स्थित, लोगों में छाई दहशत
वीरेंद्र सिंह सेंगर
पंचनद धाम औरैया:- प्रदेश के अति महत्वपूर्ण पांच नदियों यमुना चंबल सिंध पहूज और कुंवारी के पवित्र संगम पर एक बार पुनः बाढ़ की स्थिति बन रही है जबकि विगत दिनों जिस प्रकार यमुना नदी ने दिल्ली, मथुरा- वृंदावन में जबरदस्त हाहाकार मचा दिया था ठीक उसी प्रकार से अब पंचनद धाम के पंचनद संगम पर यमुना नदी में हथिनीकुंड बैराज से छोड़े गए पानी के कारण पहले से ही बाढ़ की स्थिति बन गई थी लेकिन अब चंबल से छोड़े गए 1,00000 लाख क्यूसेक और मध्य प्रदेश की सिंध नदी में आ रहे अथाह जल से पानी लगातार आठ से दस सेमी प्रति घंटे से बढ़ रहा है जो इस बात को दर्शाता है कि पंचनद धाम क्षेत्र एक बार फिर से भीषण बाढ़ की चपेट में आ सकता है जिससे विगत वर्षों आई भीषण बाढ़ की तबाही की याद ताज़ा हो गई है और लोग दहशत में हैं, क्योंकि विगत वर्ष 2021 में बाढ़ ने इस क्षेत्र में भयंकर तवाही मचाई थी जिससे तटवर्ती ग्रामवासियों को विस्थापन करना पड़ा था, हमारे संवाददाता वीरेंद्र सिंह सेंगर ने पंचनद धाम क्षेत्र के बाढ़ क्षेत्र का दौरा किया और जुहीखा पुल पर बाढ़ नियंत्रण चौकी पर तैनात कर्मचारियों से बात कर बाढ़ से संबंधित जानकारी प्राप्त की तो पता चला कि आज रात्रि में चंबल नदी में आये पानी के साथ साथ मध्यप्रदेश से आने वाली सिंध नदी में भी इस समय जलस्तर लगातार तेजी से बढ़ रहा है जो लगातार एक घंटे में लगभग दस सेमी तक ऊपर बढ़ रहा है जिससे इस बात के कयास लगाए जाने लगे हैं कि बाढ़ एकवार जरूर अपना विकराल रूप धारण करेगी जिससे तटवर्ती इलाकों में रहने वाले ग्रामीणों को विस्थापन करना पड़ सकता है जिससे तटवर्ती तीनों जनपदों इटावा, औरैया, और जालौन में प्रशासन चाक-चौबंद नजर आ रहा है।
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