विभाग, पुलिस और लकडकट्टो मे बना मेल, क्षेत्र में बदस्तूर जारी है अवैध कटान का खेल
तारुनथाना क्षेत्र के खानपुर गांव में सागौन के पेड़ पर चल रहा कुल्हाड़ी और टंगारा
मनोज तिवारी ब्यूरो प्रमुख अयोध्या
अयोध्या जिले के तारुन थाना क्षेत्र के खौंपुर (तिवारी का पुरवा) गांव में जो शिवरामपुर ग्राम पंचायत का राजस्व गांव भी है सूर्य के उजाले में दिनदहाड़े चकरोड पर स्थित सागौन के दर्जनों पेड़ों पर टेगारी और कुल्हाड़ी से प्रहार कर हरे सागौन के पेड़ को नेस्तना बूद करने का काम गांव निवासी रामसूरत तिवारी द्वारा कराया जा रहा है जबकि उक्त चक मार्ग की पैमाइश हुआ था जिसमें लेखपाल द्वारा चक मार्ग से सटी खतौनी धारक रामसूरत तिवारी के ऊपर चक मार्ग कब्जा करने के आरोप में धारा 68 के तहत तहसीलदार महोदय बीकापुर के यहां मुकदमा भी दर्ज कराया था जो अभी भी बेचारा दिन है उसके बावजूद भी बिना ग्राम पंचायत के किसी नीलामी के पहले ही रामसूरत तिवारी द्वारा लगे हरे सागौन के पेड़ की डालियों को कटवा कर अपने कब्जे में कर रहे हैं जहां कटवा रहे हैं वहीं पता नहीं इसी तरह कितने क्षेत्र में दिनो में हरे-भरे प्रतिबंध फलदार व कीमती पेड़ो की कटान धडल्ले से जारी है।
लकड़कटृ जिसे आज के जमाने में वन माफिया कहां जाता है वे इतने शातिर किस्म के होते है कि कितना बड़ा पेड़ हो वह महज 10 मिनट में नेस्तनाबूत और दो घंटे में पेड़ का नामो निशान मिटाने के साथ लकड़ी स्थानीय आरा मशीनो पर फेक देते है। वही आरा मशीन संचालक भी कम नही है रातो रात लकड़ी में से कीमती हिस्सा निकाल कर माल ट्रको से बाहर भेज देते है। देखा जाए तो कुछ माह से क्षेत्र में लकड़ी का अवैध कटान जोरो पर है कुछ का तो वन विभाग परमिट देता है तो कुछ उसकी आड़ में काटे जा रहे है। यदि जिम्मेदार समय रहते इस तरफ ध्यान नही दिये तो आने वाले समय में वृक्षो की कुछ प्रजातियां विलुप्त हो जाएगी। मामला तारुन थाना क्षेत्र के खौपुर गांव में आज शनिवार को दिन के उजाले में सागौन की लकड़ी की टहनियों को काटा जा रहा है आधा दर्जन से अधिक मजदूर सागौन कितनियों को काटने में जुटे हुए हैं रामसूरत तिवारी द्वारा बताया गया कि मैंने उच्च अधिकारियों से आदेश करवा दिया है जबकि जो संपत्ति ग्राम पंचायत की है जिसका मुकदमा लेखपाल द्वारा तहसीलदार बीकापुर के यहां धारा 68 के तहत दर्ज कराया था उसकी नजर अंदाज करते हुए सागौन के पेड़ को जमीनदोज करने की मंशा से टहनियों को कटाया जा रहा है। रामसूरत तिवारी ने बताया कि हमने प्रधान से अनुमति है प्रधान से बात करने पर उनका मोबाइल नेटवर्क कवरेज क्षेत्र से बाहर बता रहा था फिलहाल बेस कीमती सागौन की पेड़ को काटने व काटने वाले के ऊपर करवाई कराया जाना न्यायहित में उचित होगा। सूत्रों को मुताबिक हरे साबुन पेड़ की टहनियों को काटने की जानकारी स्थानीय पुलिस तथा स्थानीय बंद कर्मियों को भी है फिर भी संबंधित कर्मी चुप्पी साथ रखे हैं। समाचार लिखे जाने तक अभी लड़कियां मौके पर ही मौजूद है
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