निचाबडी में बच्चे टीन के नीचे ले रहे शिक्षा नहीं बनी इमारत
संवाददाता
अमित गुप्ता
माधौगढ़ जालौन - तहसील की ग्राम पंचायत कुटरा के मजरा निचाबडी में प्राथमिक विद्यालय तो है पर अभी तक किसी भी तरह का भवन नहीं बना है।आज जब रिपोर्टर महेन्द्र कुमार गौतम और देवेंद्र सिंह ने निचाबडी गांव में पहुंचकर देखा की प्राथमिक विद्यालय का नजारा बच्चे मंदिर में स्थित टीन के नीचे शिक्षाध्यन कर रहे थे। जबकि उक्त विद्यालय को करीब बीस बर्ष चलते चलते हो गया है।पर लाखों कोशिशों के बाद भी भवन नहीं बन सका । मिली जानकारी के मुताबिक जो जगह प्राथमिक विद्यालय के लिए चिंहित की गई थी वह विवादित है । विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक ने बताया कि विद्यालय में 17बच्चे पंजीकृत हैं वहीं शिक्षक भूपेंद्र सिंह और शिक्षामित्र महावीर की तैनाती है। भवन न होने से बच्चे टीन के नीचे मंदिर की जगह में पढ़ने के लिए मजबूर हैं। जबकि सरकार का भरसक प्रयास जारी है कि सरकारी स्कूल माडल बने । बहुत सारे विद्यालयों को माडल बनाया भी गया है। लेकिन अभी तक यह निचावड़ी गांव एक ऐसा गांव है जहा कोई प्राथमिक विद्यालय का भवन नही है। और बच्चे मंदिर में शिक्षा लेने को मजबूर है। आखिरकार क्यों नही बना है इस गांव में भवन क्या प्रशासन की नजरों से दूर है ये गांव,गांव जबकि रोड पर हो है और गांव में निचावडीस्वर नाम से शंकर जी का फेमस मंदिर है जहा लाखो की संख्या में भक्त गण आते है और उसी मंदिर में पूजा अर्चना होती है।जब मंदिर में पूजा अर्चना होती है तो बच्चो को अध्यापक शिक्षा नही दे पाते गांव के संभ्रांत व्यक्ति ने अपनी निजी जमीन में बच्चो को शिक्षा दिलवाने का काम किया और मंदिर को स्थापित भी करवाया। अब विषय ये खड़ा होता है की आखिरकार शिक्षा की तरह जिले के आलाधिकारियों इस विद्यालय की तरफ क्यों नजर नही डाली और क्या मंदिर में ही बच्चो को शिक्षा मिल पाएगी या फिर जल्द भवन बनाने के लिए कोई अधिकारी निर्देश करेगा या राजनेतिक सुर्खिया बटोरी जायेगी या कोई नेता विधायक इस तरफ ध्यान देगा देखना यह है। लेकिन सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ के द्वारा आए दिन दिशा निर्देश दिए जाते है की शिक्षा पर ध्यान देना चाहिए और हर विद्यालय को मॉडल बनाना चाहिए और बच्चो को अच्छी शिक्षा देना चाहिए और सरकार के द्वारा लाखो ही नही करोड़ों रुपए खर्च किए जाते है शिक्षा के नाम पर क्या सब हवा हबाई है या फिर अधिकारियों तक इस भवन के बारे में जानकारी नही है। मामला माधौगढ़ तहसील क्षेत्र के निचावडी गांव का है। जहा आज भी बच्चो के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है जबकि देश चांद पर भी पहुंच गया लेकिन निचावड़ी गांव के बच्चो का भविष्य तो तय हो गया की उसके साथ शिक्षा के नाम पर मिल रहा केवल धोखा,बच्चो का भविष्य अंधकार की ओर मंदिर में बच्चे शिक्षा लेने को मजबूर,मामला माधौगढ़ तहसील क्षेत्र के निचावडी गांव का है।
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