जनचेतना का सशक्त माध्यम है नाटक और गीत - साहना
कोंच( जालौन) भारतीय जन नाट्य संघ इप्टा इकाई कोंच एवं कोंच इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के संयुक्त तत्वाधान में दरिद्र नारायण आश्रम में चल रही निशुल्क वाल एवं युवा रंगकर्मी नाट्य कार्यशाला में प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए इप्टा महासचिव साहना खान ने कहा कि नाटक और गीत जनचेतना का शसक्त माध्यम है
उन्होंने कहा कि समाज में अच्छाई-बुराई, पाप-पुण्य, नैतिक-अनैतिक, पूँजीवादी संस्कृति बनाम जनसंस्कृति के मध्य संघर्ष चल रहा है ऐसे में जनचेतना के माध्यम से लोगों को उनके संवैधानिक अधिकारों के प्रति जागरुक करना होगा, जिसका सशक्त माध्यम नाटक एवं गीतों की संस्कृति है
नृत्य प्रशिक्षिका राशि याज्ञिक ने कहा कि नृत्य एक एक्सरासाइज भी है जिसके माध्यम से शरीर को चुस्त दुरस्त एवं स्वस्थ रखा जा सकता है इस क्षेत्र में कैरियर बना नेम और फेम भी कमाया जा सकता है
इस अवसर पर राजीव अग्रवाल राजकुमार प्रजापति प्रांजुल प्रजापति निशा अहिरवार इकरा खान राज चौधरी महाराज सिँह ज्योति रायकवार राधिका हर्ष राज राम आयुष रजक प्रमोद संध्या संतोषी अनन्या स्नेहलता अंकिता रौशनी गुड़िया प्राची सोनल आरती सागर अंकुश अभी आरोही खुशी बाबू मोनी राकेश अनुज सहित आधा सैकड़ा लोग उपस्थित रहे। संचालन पारसमणि अग्रवाल ने किया।
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