अन्ना जानवरों से परेशान किसान बोले शासन के प्रयास व्यर्थ

कोंच (जालौन) शासन चाहे लाख कोशिश कर ले जब तक प्रशासन अपनी जिम्मेदारी नहीं संभालेगा तब तक अन्ना प्रथा पर रोक लगना असम्भव है और ग्रामों के प्रधान इन्ही लापरवाहियों के कारण अपना पल्ला झाड़ लेते हैं इसी लचर व्यबस्था के चलते ग्रामीण भी जानवरों का दूध निकालकर उन्हें भी छुट्टा कर देते हैं इस प्रथा से सबसे अधिक परेशानी खितीहर किसानों को होती है जो रात रात भर बर्षाती रातों में जागकर अपनी फसलों की सुरक्षा करते हैं उक्त मामला तहसील क्षेत्र के ग्राम भदेवरा का है जहां के एक दर्जन से अधिक किसानों ने उपजिलाधिकारी ज्योति सिंह को दिन गुरुवार को एक प्रार्थना पत्र देकर अपना दुखड़ा सुनाते हुए स्वतः संज्ञान लेकर उचित कार्यवाही करते हुए आवारा जानवरों को तत्काल बंद कराए जाने की मांग की जिस पर एस डी एम ने तत्काल ही बी डी ओ को जांच कर आवश्यक कार्यवाही का निर्देश जारी कर दिया इस दौरान प्रेम नारायण ओम प्रकाश हमीर सिंह अनूप कुमार सुरेंद्र पाल सिंह आनंद प्रसाद लाल जी बब्बू राजा राजू विनोद कुमार गफूर खां असलम खान राजू वेद प्रकाश पटेल हिमांशु सहित तमाम किसान मौजूद रहे।
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