शहीद अवध बिहारी सिंह की प्रतिमा एवं प्रवेश द्वार बनवाने को लेकर डीएम को सौपा ज्ञापन
अमित गुप्ता
उरई जालौन
उरई (जालौन) शहर के मोहल्ला लहारियापुरवा निवासी शहीद की विधवा पत्नी उमा देवी ने आज सोमवार को समाज के दर्जनों लोगों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंच कर जिलाधिकारी को ज्ञापन भेंट करते हुये बताया कि उसका
पति शहीद अवध बिहारी सिंह सहायक उपनिरीक्षक (जीडी) सीआरपीएफ मूल निवासी ग्राम कुठौन्दा बुजुर्ग थाना जालौन, हाल निवास मु. लहारियापुरवा उरई की है।यह भी बताया कि 13 मार्च 2013 को जम्बू कश्मीर के श्रीनगर में देश की रक्षा करते हुये आतंकी हमले में लोहा लेते हुये दो आतंकवादियों को ढेर करने के बाद अन्य आतंकियों के द्वारा ग्रेनेड के हमले से स्वंय भी वीर गति को प्राप्त हो गये थे। जिनकी अदम्भ साहस एवं वीरता को देखते हुये भारत के महामहिम राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी द्वारा इन्हे मरणोपरांत "राष्ट्रपति" के वीरता पुलिस पदक से भी सम्मानित किया गया था।शहीद के परिवार गाँव कुठौन्दा बुजुर्ग में अन्तिम संस्कार में आये थे जिसमें जिले के सभी जन प्रतिनिधि एवं राज्य सरकार के तत्कालीन कैबिनेट मंत्री शिव कुमार बेरिया, तत्कालीन हमीरपुर विधायिका साध्वी निरंजन ज्योति जो कि केन्द्रीय राज्य मंत्री भी रही है, सांसद विधायकगण जिलाधिकारी एवं आये सभी अधिकारियों ने अपनी-अपनी घोषणाये की थी और कहा गया था कि शहीद की प्रतिमा जालौन के देव नगर चौराहा जालौन में स्थापित करायी जायेगी तथा चौराहे का नामकरण भी शहीद के नाम से होगा एवं शहीद के हालनिवास जालौन रोड उरई के मु. लहारियापुरवा के प्रवेश मार्ग पर शहीद के नाम से प्रवेश द्वार (गेट) का निर्माण कार्य शीघ्र ही कराया जायेगा उक्त दोनो घोषणाओं को तत्कालीन जिलाधिकारी रामगणेश यादव ने पूरा करने का अश्वासन भी शहीद परिवार को दे दिया था लेकिन जिलाधिकारी एवं आये सभी अधिकारी मंत्री विधायको द्वारा की गयी सभी घोषणाये 1 दशक से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी पूरी नही हुई। शहीद के सम्मान के लिये कई बार उच्चाधिकारियों को लिखित रूप से अवगत भी कराया गया था फिर भी आज तक कोई कार्यवाही नही की गई।जानकारी के मुताबिक नगर पालिका उरई में 23 अप्रैल 2022 की बोर्ड मीटिंग में शहीद द्वार के निर्माण का प्रस्ताव पास कर दिया था स्टीमेट भी बन गया था तथा ठेकेदार को प्रवेश द्वार के निर्माण का आदेश दिया गया था। लेकिन ठेकेदार द्वारा प्रवेश द्वार का निर्माण नही किया गया साथ ही शहीद अवध बिहारी सिह की प्रतिमा जालौन नगर के देवनगर चौराहा पर आज तक स्थापित नही हुई है इस सम्बन्ध में प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही नही की गयी है जिससे शहीद के गाँव एवं परिवार के लोग बहुत दुखी है। जबकि इस संबंध में शहीद की प्रतिमा स्थापित एवं द्वार बनवाने के लिये पुलिस महानिरीक्षक केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल बिजनौर, लखनऊ ने आपके कार्यालय एवं नगर पालिका उरई को कई पत्राचार दिये जा चुके है।प्रशासन द्वारा चौराहा नामित होने के उपरान्त शहीद की प्रतिमा का सारा खर्चा के. रि. 50 बल के द्वारा स्वंय ही दिया जायेगा।शहीद अवध बिहारी सिंह की प्रतिमा एवं द्वार का निर्माण कार्य शीघ्र ही नही कराया गया तो प्रार्थिनी अपने परिवार एवं समाज के लोगो के साथ आपके कार्यालय के सामने शहीद के सम्मान में धरना प्रदर्शन कर न्याय न मिलने तक अनशन के लिये मजबूर होंगे जिसके लिये शासन प्रशासन स्वंय जिम्मेदार होगा। इस मौके पर प्रमुख रूप से ज्ञान सिंह खंगार, सुभाष पिंडरी, नरेन्द्र सिंह जुगियपुर, भान सिंह परिहार, बृजकिशोर सिंह हरदोई गूजर, डा. वीरसिंह परिहार हरदोई, ज्ञान सिंह सहाव, भगवान सिंह लहारियापुरवा, रमेशचंद्र परिहार अकवरपुरा, गंधर्व सिंहपरिहार ककहरा, शिवकुमार परिहार जुगियापुर, रामवीर सिंह परिहार, कुठौंदा बुजुर्ग, राजकुमार परिहार विलाया, संदीप परिहार, सत्येन्द्र परिहार आदि लोग मौजूद रहे।
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