दीपावली पर्व पर घरों को रोशन करने के लिए कुम्भकार के चाक ने पकड़ी रफ्तार
कोंच (जालौन) त्यौहार एक धार्मिक मान्यता के साथ साथ गरीब लोगों के लिए आर्थिक मदद का साधन है जिससे उनके परिवार का भरण पोषण होता है लेकिन आधुनिकता की चकाचोंध ने बास्तविक साधन विलीन होते चले जा रहे हैं जिसके कारण गरीब लोगों के सामने रोजी रोटी का संकट उत्पन्न होने लगा है जिसके लिए केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा कार्यक्रमों के माध्यम से पारम्परिक तरीके से त्यौहार मनाए जाने की अपील करते हुए जागरूकता फैलाई जा रही है जिसका असर है कि पुनः पारम्परिक तरीके से त्यौहार मनाने की जागरूकता आयी है जिसका जीता जागता उदाहरण दीपावली पर्व पर देखने को मिला जिसमें मुहल्ला गांधी नगर में रहने वाले कुम्भकार रवि प्रजापति शंकर शिव कुमार राजेश प्रजापति अनिल प्रजापति घनश्याम जितेंद्र संजू आदि लोग सुवह से ही दीपक निर्माण के लिए लग जाते हैं और उनके चाक की रफ्तार दिन प्रतिदिन तेज होती जा रही है क्योंकि बाजार में मिट्टी के दीपकों की मांग काफी बढ़ गयी है और यही दीपक दीपावली पर्व पर सुख समृद्धि की रोशनी बिखेरेंगे जिसके लिए कुम्भकारों ने भी कमर कस ली है और मिट्टी के बर्तनों एवं दीपकों को ज्यादा से ज्यादा मात्रा में तैयार कर त्यौहारी मांग को पूर्ण करने में लगे है वहीं मिट्टी से बनी हुई गणेश लक्ष्मी जी की मूर्ति की भी बाजार में प्लास्टर ऑफ पेरिस की जगह पर ज्यादा मांग है जिसके लिए कुम्भकार लगातार आपूर्ति के लिए अपने चाक को रफ्तार पकड़ा रहे है जागरूकता के कारण ही कुम्भकारों के घरों में फिर से रोशन पूर्ण दीपावली मनाई जाने लगी है।
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