यमुना के जलस्तर में 4.4 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से वृद्धि
अमित गुप्ता
संवाददाता
कालपी (जालौन) कालपी यमुना नदी के जलस्तर 4 सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से जलस्तर मैं वृद्धि होने लगी है बाढ़ तथा बारिश से निपटने के लिए प्रशासन के द्वारा तहसील में कंट्रोल रूम बनाया गया है तथा तटवर्ती ग्रामों में बसे लोगों को सतर्क लेने के लिए कहा गया है ज्ञात हो कि वर्ष 2021 तथा 2022 में बाढ़ से यमुना पट्टी के ग्रामी तथा कालपी नगर में आधा दर्जन मुहल्लों में पानी घुस गया था बाढ़ का प्रकोप होने के फलस्वरूप नागरिकों तथा ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है जिसके चलते निचले क्षेत्र में रहने वाले गांव के लोगों को काफी परेशानियां झेलनी पड़ती है कुछ ग्रामीणों ने तो बाढ़ से बचने के लिए ऊंचाई वाले इलाकों में घर बना लिए हैं तहसील क्षेत्र के महेवा ब्लाक के सबसे अधिक गांव बाढ़ की चपेट में रहते हैं जैसे कीरतपुर देवकली मांगरोल हीरापुर शेखपुरगुढा गुढाखास,पडरी नरहान उरकराकला दहेलखंड महेवा के अलावा यमुना पट्टी के किनारे बसे गांव एवं नून नदी के किनारे बसे गांव में बाढ़ का प्रकोप अधिक रहता है केंद्रीय जल आयोग प्रभारी रूपेश कुमार ने बताया यमुना का जलस्तर वर्तमान समय में 4 सेंटीमीटर प्रति घंटे के हिसाब से बढ़ रहा है शनिवार की दोपहर मे यमुना का जलस्तर 97.76 पर दर्ज किया गया है जोकि अभी खतरे के निशान से 10 मीटर नीचे है कालपी मे यमुना नदी का जलस्तर का खतरे के निशान 108 मीटर पर अंकित है खतरे के निशान से बहुत नीचे जलस्तर होने की वजह से स्थानीय प्रशासन तथा ग्रामीण राहत महसूस कर रहे
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