मानक विहीन नाले निर्माण के बचाव में उतरी ई ओ
कोंच (जालौन) नगर पालिका परिषद द्वारा 15 में वित्त आयोग के अंतर्गत 30 लख रुपए के लागत से महंत नगर से काशीराम कॉलोनी के मध्य पक्का नल का निर्माण गुणवत्ता विहीन कराया जा रहा है जिसकी बाउंड्री दिन गुरुवार को देर शाम धड़ाम हो गई थी लेकिन कार्यदायी ठेकेदार ने रातों रात गिरे हुए नाले की दीवाल का निर्माण कराना शुरू कर दिया जिसकी मीडिया ने जमकर आलोचना करते हुए मानक विहीन नाले पर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर अनियिमितता के आरोप लगाए तो तत्काल ही नगर पालिका अधिशाषी अधिकारी मोनिका उमराव मानक विहीन नाला निर्माण के बचाव में उतर आयीं और रेंच में नाला बने होने की बात कहते हुए गुणबत्ता विहीन गिरे नाले की दीवाल को आदेश पर तोड़कर दोबारा बनबाये जाने की बात कहने लगीं जबकि अब भी अगर देखा जाए तो पूरा नाला ही रेंच में बना हुआ है क्या वह नगर पालिका ई ओ को नजर नहीं आ रहा है या फिर उसे तुड़वाने का कोई प्लान या मुहूर्त तैयार किया गया वहीं निर्माणाधीन नाले की चौड़ाई तो कम है ही और उसके किनारे से उठाई गई मिट्टी का भी कहीं अता पता नहीं है इसी प्रकार सोन्द्रीयकरण के नाम पर धनुतालाब में बनाये गए प्लर भी धड़ाम हो गए थे जिन्हें रातों रात ट्रैक्टर में लदवाकर अनियत्र ले जाया गया था आखिर ऐसी क्या मजबूरी है कि पालिका ई ओ स्वयं ही ठेकेदारों के बचाव में उतर आती है जिसका सीधा अर्थ शासन सत्ता का दबाब या फिर निजी स्वार्थ हो सकता है अब यह तो जांच का विषय है कि सक्षम अधिकारी बन रहे गुणबत्ता विहीन नाले पर अपनी इनायत की नजर दिखाते हुए गुणबत्ता युक्त निर्माण करवाएं नहीं तो यह नाला कुछ ही वर्षों में भ्र्ष्टाचार की भेंट चढ़ते हुए ध्वस्त हो जाएगा जिसके निर्माण का जनता के लिए कौ औचित्य नहीं रहेगा जनहित में उपजिलाधिकारी से मांग की जा रही है कि बन रहे मानक विहीन नाले की जांच कराकर विधिक कार्यवाही करें।
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