शबरी राम मिलन का प्रसंग देखकर दर्शक हुए भावुक
मनोज तिवारी ब्यूरो प्रमुख अयोध्या
अयोध्या बीकापुर विकासखंड क्षेत्र के उमरनी पिपरी चौराहे पर आदर्श रामलीला समिति द्वारा आयोजित किए जा रहे रामलीला मंचन के सातवें दिन मंगलवार की रात रामलीला मंचन के दौरान स्थानीय कलाकारों द्वारा सीता की खोज, शबरी मिलन, सुग्रीव मैत्री, बाली वध, आदि लीलाओं का जीवंत मंचन किया गया। सीता जी की खोज करते हुए भगवान राम और लक्ष्मण जंगलों में भटकते हैं। उसके बाद शबरी जी के आश्रम में पहुंचते हैं। भगवान राम के मिलन के इंतजार में बरसों से बाट जोह रही शबरी माता मन की मुराद पूरी होने और अपने कुटिया में राम और लक्ष्मण के आने की जानकारी होने पर निहाल हो जाती है। भगवान राम के भक्ति भाव में डूबी बरसों से श्री राम के अपने कुटिया में आने का इंतजार कर रही शबरी और भगवान राम के मिलन की लीला का प्रसंग काफी मार्मिक रहा। सीता जी की खोज के दौरान भगवान राम और का इधर-उधर जंगलों में भटकना, सबरी राम मिलन तथा राम हनुमान मिलन के मार्मिक प्रसंग का मंचन देखकर दर्शक भावुक हो गए। मंचन का डायरेक्शन मोहम्मद जहीर द्वारा किया गया। तथा वेशभूषा और साज सज्जा की जिम्मेदारी जितेंद्र कुमार वर्मा और प्रदीप वर्मा द्वारा निभाई गई। हनुमान जी के पात्र अभिनय में बासुदेव वर्मा, राम के पात्र अभिनय में पवन कुमार वर्मा, लक्ष्मण के पात्र अभिनय में दीपक, एवं बाली के पात्र अभिनय में शत्रुघ्न वर्मा के अभिनय को दर्शकों द्वारा सराहा गया। रामलीला मंचन के दौरान प्रबंधक विश्राम वर्मा, अध्यक्ष दिनेश बर्मा, विकास पाठक, ओम प्रकाश वर्मा, जितेंद्र वर्मा सहित रामलीला समित के लोग और तमाम दर्शक मौजूूद रहे। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कोतवाली पुलिस भी मंचन के दौरान मौजूद रही। रामलीला समिति के मीडिया प्रभारी प्रभारी राजेंद्र पाठक ने बताया कि करीब दो दशक से यहां रामलीला मंचन का आयोजन सफलतापूर्वक किया जा रहा है। भरत मिलाप और राम राज गद्दी के साथ रामलीला मंचन का समापन होगा।
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