आखिर किस मुगालते में है जिलाध्यक्ष , क्या गठबंधन प्रत्याशी को हराने की कमर कस ली है?
उरई (जालौन) जहाँ एक तरफ लोगो में सरकार की नीतियों से जबरजस्त नाराजगी है और वो परिवर्तन चाहती है वहीं समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष अपने आपको नरेंद्र मोदी समझने लगे है जो अपनी ही पार्टी के नेताओं को नीचाँ दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे वाकिया राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की रैली का है जहाँ मंच पर कौन जायेगा इसकी जिम्मेदारी दीपराज के भाई आदर्श की थी और वो नेता जिन्होंने पार्टी के लिए अपना खून पसीना बहाया उन्हें उपेक्षा का सामना करना पड़ा और जिन्हे कोई नहीं जानता ऐसे लोगो से मंच भर दिया इस रैली की एक खास बात और रही कि जिलाध्यक्ष के सजातियों ने दूरी बनाये रखी और बमुश्किल 100लोग गुर्जर समाज के लोग दिखाई दिये क्या ऐसे ही जिता पाएंगे गठबंधन के प्रत्याशी को ये एक यक्ष प्रश्न है
मंच पर जिलाध्यक्ष के चहते लोग सिर्फ माधौगढ बिधानसभा के थे जिनका सामाजिक बजूद शून्य है कुछ लोग जो दल के साथ भी नहीं है वो भी मंचासीन थे मंच पर किसे चढने देना है वो दीपराज के भाई आदर्श गुर्जर तय कर रहे थे जबकि जनसभा में 100 गुर्जर भी नहीं थे गुर्जर समाज आज भी दीपराज से दूरी बनाए है मुस्लिम समाज में अजहर वेग के अलावा कोई मुस्लिम चर्चित चेहरा नही था यहाँ तक जिस मैदान में रैली थी उसकी परमीशन जिलाध्यक्ष नही ले पा रहे थे जिसकी परमीशन पूर्व सचिव तारिक तालावी के द्वारा दिलाई गयी थी जिलाध्यक्ष ने उन्हें भी मंच पर नही चढने दिया तमाम वरिष्ठ नेता नीचे टहलते नजर आये या फिर उपेक्षित होकर घर चले गए
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