श्री सीताराम महायज्ञ, भागवत कथा का समापन पूर्णाहुति के बाद विशाल भंडारे का आयोजन
वीरेंद्र सिंह सेंगर
पंचनद धाम औरैया। प्रदेश के ही नहीं बल्कि देश के सबसे अति महत्वपूर्ण धार्मिक ऐतिहासिक स्थल पांच नदियों यमुना, चंबल, सिंध, पहूज और कुंवारी के पवित्र महासंगम पर पंचनद धाम पर ग्राम फरिहा में होने वाले श्री सीताराम महायज्ञ का आज विधिवत पूर्णाहुति और देसी घी से बने मालपुओं के भंडारे के साथ समापन हुआ जिसमें संपूर्ण देश से संत समाज के सातों मंडलों से मंडलेश्वर महामंडलेश्वर महंत और महान संतों ने भंडारा प्रसादी ग्रहण कर यज्ञ को समापन कराया जिसमें मझखरा महाराज पर वर्तमान में मौजूद महंत मझखरा महाराज द्वारा सभी का यथोचित सम्मान कर विदाई की गई।
ज्ञात हो कि जनपद के अयाना क्षेत्र में ग्राम फरिहा के बीहड़ में यमुना, चंबल,सिंध पहूज और क्वारी के आंचल पर स्थित श्री मझकरा बाबा मंदिर पर 11 दिवसीय भागवत कथा और श्री सीताराम महायज्ञ का विधिवत समापन गुरुवार को हो गया। इस मौके पर विभिन्न राज्यों और धार्मिक स्थलों से आये विद्वान पंडितों के द्वारा विविध कार्यक्रम आयोजित किये गये। इस महायज्ञ में काशी सहित विभिन्न हिस्सों से आये विद्वान पंडितों के द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया था। श्री मद भागवत कथा, सीता राम महायज्ञ, विशाल भंडारा, रामलीला एवं प्रवचन को सुनने के लिए समीपवर्ती औरैया इटावा, जालौन, भिंड से काफी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ प्रतिदिन पहुंच रही थी। यज्ञ स्थल को बड़े ही आकर्षक ढंग से सजाया गया था। यहां विभिन्न देवी देवताओं के प्रतिमाओं की सजावट आकर्षण का केंद्र बना रहा। समापन के अवसर पर महाहवन यज्ञ का कार्यक्रम आयोजित किया गया। भागवत कथा और सीताराम यज्ञ से पिछले कुछ दिनों से यहां वातावरण भक्तिमय बना रहा। इस कार्यक्रम की सफलता में मझकरा बाबा मंदिर के पुजारी समिति के पदाधिकारियों सहित सभी समिति के सदस्यों का मुख्य योगदान रहा। यज्ञ में दूरदराज से आये दर्जनों साधु महात्मा, पागल बाबा, फलहारी बाबा एवं अन्य साधु संत मौजूद रहे, यज्ञ में पधारे सभी संतों का पंचनद धाम क्षेत्र के वरिष्ठ पत्रकार एवं सामाजिक कार्यकर्ता, राष्ट्रीय अध्यक्ष संस्थापक पंचनद पर्यटन एवम प्रवास ट्रस्ट वीरेंद्र सिंह सेंगर के द्वारा सभी महान संत विभूतियों का विधिवत माल्यार्पण कर स्वागत कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।
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