नमाज कायम करने के साथ साथ वाल्दैन की भी खिदमत करें- मौलाना मोनिस रजा
कोंच ( जालौन) मुहल्ला जबाहर नगर ( सागर तालाब) स्थित नगर की मशहूर हिंदू मुस्लिम एकता की दरगाह आस्ताना ए कलन्दरिया पर सालाना तीन रोजा उर्से कलन्दरी का 84 वां जश्न जलसा शोहदाये कर्बला, जिक्रे औलिया इकराम व नातिया मुशायरा बाद नमाज इशा 9 बजे से मुनअक़िद किया गया जिसकी सदारत दरगाह के सज्जादा नशीन हाजी आरिफ अली शाह व निजामत नाजिमे उर्स हाफिज अताउल्ला खां ग़ौरी,हाफिजो कारी शाने आलम साहब शाजहाँनपुरी ने संयुक्त रूप से अंजाम दिए जलसे का आगाज तिलावते कलाम पाक से हाफिज अताउल्ला खां ग़ौरी व नाते रसूल स. अ. व. से रहीस रजा ने किया मुकर्ररे खुसूसी हजरत अल्लामा मौलाना मोनिस रजा साहब कन्नौजी ने अपनी नूरानी तकरीर में कहा औलिया इकराम से मुहब्बत लिहाजा अल्लाह से मुहब्बत है इन से मोहब्बत करें और उनके बताए हुए रास्ते पर चलें नमाज कायम करने के साथ साथ वाल्दैन की खिदमत जरूर करें और दीन और दुनिया दोनों जगह की कामयाबी हासिल करें इस मौके महमाने खुसूसी हाफिजो कारी अब्दुस्समी साहब ने बहतरीन अंदाज में नात मनकबत पढ़ीं और अपनी हक्कानी तकरीर में कहा नोजबानों से इल्म हासिल करने पर जोर दिया उन्होंने कहा कि गुनाहों से बचो अगर कामयाब होना चाहते हो तो प्यारे रसूल की सुन्नतों पर अमल और अल्लाह के हुक्म पर चल कर दीन दुनिया की कामयाबी हासिल करो
इससे पहले अनवार खलीफा अरमान रजा शमसुद्दीन मंसूरी सभासद, हाफिजो क़री रहीसुल हसन साहब इलाहाबादीआदि उलमाए किराम नात ख़्वा हजरात ने प्रोग्राम में रौनक बख्सी इससे पूर्व दिन में 2 बजे चादर शरीफ का गस्त पूरे नगर होते हुए दरगाह शरीफ वापस हुआ बाद नमाज मगरिब 7 बजे गुल पोशी चादर पोशी हुई
जलसे में शिरकत करने वालों में हाफिज साबिर बरकाती, हाफिज सलमान अजहरी, हाफिज मारूफ अहमद कादरी, मोहम्मद सुल्तान कादरी, हाजी रज्जन बैग, सैय्यद महबूब अली बम्फुल मंसूरी, गोलू मंसूरी, पप्पू ताले वाले,अलामुहम्मद राईन, अशफाक ग़ौरी, सैफ उल्लाह ख़ाँ बटीं, अमन अली, मोहम्मद शरीफ बरकाती, आदि सैकड़ो अकीदत मन्द मौजूद रहे आखिर में सलातो सलाम के बाद आलमे इस्लाम की हिफाजत मुल्क में अमन चैन कायम रहने की दुआ मांगी गई।
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