मुख्यालय के महत्वपूर्ण शहीद भगतसिंह चौराहे की यातायात ब्यवस्था संभाल रहे चंद होमगार्ड
जिला संवाददाता
अमित गुप्ता
उरई जालौन
उरई (जालौन) जालौन जिले की ट्रैफिक व्यवस्था में भारी लापरवाही सामने आई है। जिले में ट्रैफिक की जिम्मेदारी मात्र 10 लोगों के भरोसे चल रही है, जबकि 21 लोगों की पोस्टिंग की गई है। इनमें से 11 लोग बाहरी ड्यूटी पर तैनात हैं, जिसमें तीन दरोगा, तीन हेड कांस्टेबल, और चार सिपाही शामिल हैं, जबकि एक कर्मचारी अवकाश पर है। यह गंभीर स्थिति जिले की ट्रैफिक व्यवस्था की अव्यवस्था को उजागर करती है, जिसे अनदेखा किया जा रहा है।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि विनीत दुबे नामक एक सिपाही, जो पिछले 9 वर्षों से ट्रैफिक विभाग में तैनात है, पूरे ट्रैफिक संचालन का भार अपने ऊपर लिए हुए है। जबकि नियमों के अनुसार किसी भी सिपाही का एक स्थान पर कार्यकाल अधिकतम 3 वर्षों का होना चाहिए। इसके बावजूद विनीत दुबे 9 वर्षों से अधिक समय से अपनी पोस्टिंग बनाए हुए हैं, और उन्हें कभी किसी चौराहे या फील्ड में ड्यूटी करते हुए नहीं देखा गया है। सवाल उठता है कि ऐसे में उनकी तैनाती किस उद्देश्य से की गई है और क्या पुलिस प्रशासन में उनकी इतनी मजबूत पकड़ है कि उन्हें हटाया नहीं जा रहा?
सूत्रों की मानें तो ट्रैफिक की पूरी व्यवस्था विनीत दुबे द्वारा ही चलाई जा रही है। यह लापरवाही न केवल प्रशासन की कमजोरी को दर्शाती है, बल्कि जिले के पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार की छवि को भी धूमिल कर रही है। जिले के लोगों को यह जानने का अधिकार है कि ट्रैफिक व्यवस्था में इतनी गंभीर खामियां क्यों हैं और उच्चाधिकारियों द्वारा इस पर कोई ध्यान क्यों नहीं दिया जा रहा। यह स्थिति तब और गंभीर हो जाती है जब जिले में ट्रैफिक नियमों का पालन करवाने के लिए पर्याप्त कर्मचारियों की तैनाती नहीं होती और जो लोग तैनात हैं, वे भी ड्यूटी पर नहीं दिखते। ट्रैफिक जाम, अव्यवस्था और हादसों के बढ़ते मामलों के बावजूद कोई सख्त कदम नहीं उठाया गया है, जो जिले की ट्रैफिक व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा करता है।इस मामले में पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार को विशेष ध्यान देना चाहिए और ट्रैफिक विभाग में हो रही इस लापरवाही की जांच करनी चाहिए। जिले की ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के लिए न केवल कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए, बल्कि ऐसे कर्मचारियों को भी जवाबदेह बनाना चाहिए, जो सालों से एक ही स्थान पर रहते हुए भी अपनी जिम्मेदारियों का पालन नहीं कर रहे हैं। ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार और अनुशासन की कमी ने जालौन की सड़कों पर अराजकता का माहौल बना रखा है, जिसे दूर करने के लिए पुलिस प्रशासन को सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।
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बसपा जिला अध्यक्ष अतर सिंह पाल ने ट्रैफिक व्यवस्था पर जताई चिंता
उरई। शहर की यातायात ब्यवस्था में सुधार की मांग बहुजन समाज पार्टी के जिला अध्यक्ष अतर सिंह पाल ने जालौन की ट्रैफिक व्यवस्था पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार को इस दिशा में सुधार करने की सख्त आवश्यकता है। उन्होंने शहर में चल रहे रोड कार्यों पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि यह कार्य रात्रि में होना चाहिए ताकि दिन के समय ट्रैफिक बाधित न हो। दिन के समय निर्माण कार्यों के चलते आम जनता को बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने प्रशासन से अपील की कि ट्रैफिक और विकास कार्यों के बीच संतुलन बनाकर जनता को राहत दी जाए।
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