गौशाला व विकास के लिए आयी शासन की लाखों रुपये की धनराशि भी हजम कर डाली प्रधान ने
अमित गुप्ता
उरई जालौन
उरई (जालौन) जनपद जालौन की एक ऐसी ग्राम पंचायत परावर है जिसका ग्राम प्रधान सत्तारूढ़ दल के कुछ नेताओं के संरक्षण में भ्रष्टाचार के तड़के में डूबा हुआ नजर आ रहा है। सूत्रों की अगर मानें तो ग्राम परावर ने तो यहां तक हद कर डाली की गौवंशों के खाने के लिए मिलने वाली धनराशि को भी ग्राम प्रधान ने गटक लिया जबकि गौशाला के अंदर देखा जाये तो गौवंश भूख और प्यास के लिए तड़पते नजर आ रहे है।अगर गांव के विकास की बात की जाये तो ग्राम प्रधान व सचिव ने मिलकर पुराने कामों को नया दर्शा कर लाखों रुपये की धनराशि का बंदरबाट कर डाला है। जबकि मौके पहुंच कर प्रशासन के अधिकारी अगर गंभीरता के साथ जांच करे तो ग्राम प्रधान व सचिव द्वारा किये गये घोटालों की परत दर परत स्थिति सामने उजागर हो जायेगी। सूत्रों की अगर मानें तो ग्राम पंचायत परावर के ग्रामीणों योगेंद्र सिंह, अनुरुद्ध सिंह, विक्रम सिंह राजावत, सुनील सिंह आदि का कहना है कि लाखों रुपए की लागत से सरकार द्वारा गौशाला का निर्माण करवाया गया है इसके बाद भी गौशाला में गौवंशों के लिए कोई सुविधा नजर नहीं आ रही है।आरोप है कि रात के समय में ग्राम प्रधान परावर रघुवीर कुशवाहा व सचिव शैलेन्द्र सोनकर सरकारी धनराशि का मिलकर बंदरबांट कर रहे है तथा विकास के नाम पुराने कार्यो को नया दर्शा कर लाखों रुपये की धनराशि को हजम कर गये है। ग्रामीणों का कहना है कि इस मामले की शिकायत उच्चाधिकारियों तक की गयी मगर ग्राम प्रधान की दबंगई और ऊंची पहुंच के चलते मामले की जांच तक नहीं की जा सकी है।
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