मैत्री बुद्ध विहार बघौरा उरई मे बौद्ध धम्म देशना कार्यक्रम आयोजित

उरई, जालौन। 19 जनवरी 2025 को मैत्री बुद्ध विहार बघौरा उरई मे बौद्ध धम्म देशना कार्यक्रम के दिवस में गौतम बुद्ध के जन्म से संन्यास तक जीवनी पर बहुजन गायक अरविन्द बौद्ध व विशाखा बौद्ध ने संगीतमय प्रस्तुति से बुद्ध उपासको उत्साहित किया।
भदंत शीलानंद फूप ने बताया कि तथागत बुद्ध बचपन से ही संवेदनशील थे उनके पिता शुद्धोधन ने उन्हें राजकाज से जुड़ाव हेतु तमाम प्रयास किये किन्तु वे सफल नही हुये वे जान चुके थे संसार मानव के दुखो से भरा है,किन्तु दुःख वह बीमारी है जो लाइलाज थी और उसका इलाज ढूँढने का दृडनिश्चय ही उन्हें संन्यास की तरफ ले गया ,इसके लिये उन्हें नवजात बच्चे और अपनी पत्नी को बिना बताये जंगल की तरफ निकल पडे,
भदंत ज्ञान ज्योति ने कहा तथागत बुद्ध को तथागत इसलिए कहा गया कि उनके प्रत्येक विचार तथ्यों पर आधारित रहे उन्हें ना स्वर्ग का लालच ना नरक का डर दिखाया। कार्यक्रम का संचालन राम बिहारी बौद्ध आचार्य ने किया। कार्यक्रम मे प्रमुख रूप से रामअवतार बीजापुर, पूर्व आर आई सुरेश चंद्र आजाद,नरेंद्र प्रताप सिह,रामसिह,गजेद्र गौतम अरविन्द भास्कर,विकास गौतम ,राजेश बैरागढ,हरनारायण दोहरे शेखर गौतम,चंद्रशेखर,मोतीलाल के अलावा जिले के कोने से विशिष्ट जनो शिक्षक,अधिवक्ता, समेत सैकड़ों लोग मौजूद रहे।
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