मुख्य वन संरक्षक ने वन राजि क्षेत्र का किया औचक निरीक्षण

अमित गुप्ता
कालपी जालौन
कालपी (जालौन)। गुरुवार को पौधशालाओं तथा वृक्षारोपण कार्यक्रम की हकीकत को परखने के लिए उच्च अधिकारियों के साथ मुख्य वन संरक्षक एच वी गिरीश के द्वारा वन राजि क्षेत्र कालपी का घूम-घूमकर औचक निरीक्षण किया तथा जिम्मेदार अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए।
धरती को हरा भरा करने तथा शुद्ध पर्यावरण के लिये जंगलों, वनों तथा पेड़ों की बहुत आवश्यकता है। किसी को दृष्टिगत रखते हुए लखनऊ से चलकर मुख्य वन संरक्षक ने जनपद के प्रभावी वन अधिकारी प्रदीप कुमार, सहायक वन संरक्षक प्रीति यादव के साथ वन विभाग के द्वारा तैयार कानपुर-झांसी राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे स्थित नंदन वन का निरीक्षक किया गया। उन्होनें बताया कि वर्ष 2023 में 5 हेक्टेयर के क्षेत्रफल में नंदनवन बनाया गया था। नंदनवन के परिसर में 8 हजार पौध लगाए गये थें। उन्हें बेहतर तरीके से संरक्षण मिलने के कारण सभी 8 हजार वृक्ष विकसित हो गए हैं। नंदनवन की स्थिति देखकर मुख्य वन संरक्षक ने संतोष जताया। इसी क्रम में मुख्य वन संरक्षक ने पौधशाला निरीक्षण किया, पौधशाला में 3 लाख 26 हजार विभिन्न प्रजातियों की पौध तैयार की गई है। जिसमें रूहानी, शीशम, बेला, आम, कटहल, अनार, शरीफा, अमरुद, कांजी सागौन आदि प्रजातियों के पौध तैयार है। कालपी की अलग-अलग नर्सरींयों में 13 लाख 64 हजार पौध तैयार करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। मुख्य वन संरक्षक ने विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारियों को निर्देश दिया के लक्ष्य के अनुरूप पौध तैयार करें तथा आगामी समय में वृक्षारोपण कार्यक्रम को सफल बनाएं। उन्होंने कहा कि इस कार्य में किसी भी सूरत में शिथिलता नहीं होनी चाहिए।
फोटो - व्यास पौधशाला तथा नंदनवन का निरीक्षण करते मुख्य वन संरक्षक साथ अन्य अधिकारी
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