अटेवा ने पहलगाम हमले के शहीदों को दी श्रद्धांजलि, कैंडल मार्च निकाल जताया विरोध
उरई,जालौन। अटेवा पेंशन बचाओ मंच ने मजदूर दिवस पर पहलगाम में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए पर्यटकों को श्रद्धांजलि देने के लिए बुधवार को कैंडल मार्च निकाला। कैंडल मार्च टाउनहॉल से शुरू होकर गांधी चबूतरे तक पहुंचा, जहां शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई।
अटेवा के जिलाध्यक्ष अजय कुमार निरंजन ने बताया कि 1 मई को पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर दिल्ली के जंतर-मंतर पर विशाल धरना प्रस्तावित था, लेकिन पहलगाम में आतंकी हमले में 27 निर्दोष पर्यटकों की मौत से देश स्तब्ध है। ऐसे माहौल में अटेवा ने राष्ट्रहित को सर्वोपरि मानते हुए अपना आंदोलन स्थगित करने का निर्णय लिया।
जिलाध्यक्ष अजय कुमार निरंजन नें कहा कि शिक्षक व कर्मचारी आतंकवाद के खिलाफ सरकार के साथ हैं। पुरानी पेंशन की मांग आगे भी की जा सकती है, लेकिन इस समय देश के प्रति एकजुटता दिखाना जरूरी है।
मार्च के समापन पर गांधी चबूतरे पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया, जिसमें सभी प्रतिभागियों ने दो मिनट का मौन रखकर शहीदों को नमन किया।
जिला सरंक्षक राकेश कुमार सरोज नें कहा कि"ये शहीद सिर्फ सीमा पर तैनात सैनिक नहीं थे, बल्कि हर भारतवासी की सुरक्षा की दीवार थे। उन्होंने अपने प्राण न्योछावर कर देश की मिट्टी को सुरक्षित रखा। हम शिक्षकों का कर्तव्य है कि अगली पीढ़ी को इनके बलिदान की गाथा सुनाएं, ताकि देशभक्ति सिर्फ किताबों तक सीमित न रहे। वही जिला महामंत्री हरवेंद्र यादव नें कहा कि आतंकवाद के खिलाफ देश को एकजुट होकर खड़ा होना होगा। उन्होंने केंद्र सरकार से हमले की उच्चस्तरीय जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की। मार्च में जिले भर के शिक्षक, में सरंक्षक राकेश कुमार सरोज, जिला महामंत्री हरवेंद्र यादव, जिला कोषाध्यक्ष सुभाष सोनी कर्मचारी व विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी बड़ी संख्या में शामिल रहे।
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