हजरत बेरी वाले बाबा का उर्स एक जून से- अनुभव चतुर्वेदी

अमित गुप्ता
उरई जालौन
उरई (जालौन)। जनपद जालौन ही नहीं पूरे बुन्देलखण्ड में हिन्दू-मुस्लिम एकता के प्रतीक माने जाने वाले सूफी परम्परा के अजीम बुजुर्ग हजरत बेरी वाले बाबा के सालाना उर्स की तैयारियां जोरो पर चल रही है। एक जून से चादरपोशी की रस्म के साथ ही उनका दो दिवसीय उर्स की बज़्म महफ़िले समां से शुरू होगी। इसके बाद बाबा के शागिर्दों द्वारा आयोजित कार्यक्रमों की कड़ी में तीन तारीख को इसका समापन होगा। दो दिन तक चलने वाले इस उर्स की तैयारियों में पूरे जिले का हुजूम इकट्ठा है। पहले दिन महफ़िले समां की शुरुआत हाफिज इमरान फैजी कुरआन की तिलावत से करेंगे। उर्स कमेटी के अध्यक्ष अनुभव चतुर्वेदी ने बताया कि उर्स की रात की बज्मों में पहले व दूसरे दिन मशहूर कव्वालो में छोटी तमन्ना कोल्हापुर, उमर दराज सहारनपुर, फैजान रजा अजमेरी व अनीस नवाब मुंबई कव्वाली पेश करेंगे। चीफ कंट्रोलर हाफिज अब्दुल जब्बार ने बताया कि हजरत बेरी वाले बाबा के उर्स मुबारक पर बाबा की मजार को अदब और एहतराम के साथ सजाया जाएगा। हिंदू-मुस्लिम एकता के प्रतीक माने जाने वाले इस कार्यक्रम की व्यवस्था में रिजवान खान कोषाध्यक्ष, नजम हाशमी, फिरोज खान, पप्पू पठान, जुबेर खान, लियाकत चिश्ती, आरिफ खान, मौलाना अरमान, सद्दाम नगर पालिका, सलामत चिश्ती, हाफिज फिरोज मिर्जा सहयोग कर रहे है।
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