इकत्तीस कुंण्डीय अठारह पुराण सहस्त्र चण्डी महायज्ञ के प्रथम दिन कथा में उमड़ा जनसैलाब
वीरेंद्र सिंह ने पंचनद धाम औरैया।
प्रदेश के ही नहीं बल्कि संपूर्ण देश में सुप्रसिद्ध धार्मिक ऐतिहासिक पवित्र पांच नदियों यमुना चंबल सिंध, पहूज और कुंवारी के पवित्र संगम पंचनद धाम पर स्थित मां कर्णावती कर्ण खेड़ा मंदिर पर सहस्त्र चंडी महायज्ञ का आयोजन चल रहा है जिसमें दुर्गा सप्तशती मंत्र का विद्वान ब्राह्मणों द्वारा पाठ किया जा रहा है।
बताते चलें कि मां कर्णावती मंदिर का इतिहास बहुत ही प्राचीन एवं धार्मिक है जो उज्जैन की हरसिद्धि मां से जुड़ा हुआ है इस स्थान पर 31 कुंडीय 18 पुराण सहस्त्र चंडी महायज्ञ एवं श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ कथा का आयोजन शुरू हो गया है जिसमें प्रकांड विद्वानों द्वारा दुर्गा सप्तशती महामंत्र का जाप किया जा रहा है साथ ही कथा व्यास शिवम् शास्त्री वृंदावन धाम के मुखारविंद से कथा सुन श्रोता भावा विभोर हुए तथा कथा पंडाल में श्रोताओं की अपार भीड़ देखी गई।
इसके साथ ही इस महायज्ञ में परंपरा अनुसार हो रही रामलीला के प्रथम दिवस पर लीला मंचन में श्री राम का जन्म की लीला को देखकर लोग झूम उठे तथा ऐसा पहली बार है जब रामलीला के प्रथम दिवस पर दर्शकों की इतनी भीड़ देखी गई वहीं लीला में अभिनय करने वाले दूरदराज से आए कलाकारों विशेष रूप से नृत्य कलाकारों ने समां बांधी जिससे और अधिक भीड़ बढ़ने की संभावना है।
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