यमुना नदी उफनाने से जल स्तर पहुंचा खतरे के निशान के करीब

Jul 21, 2025 - 19:45
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यमुना नदी उफनाने से जल स्तर पहुंचा खतरे के निशान के करीब

अमित गुप्ता 

कालपी जालौन। 

 कालपी/जालौन कोटा बैराज से पानी छोड़े जाने से सोमवार की सुबह 10 वजे तक यमुना नदी के उफनाने का सिलसिला जारी रहा। कालपी में 105 .24 मीटर पर पहुंच कर थम गया। एसडीएम ने दिनतटवर्ती इलाकों में ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

उल्लेखनीय हो कि कालपी में यमुना नदी पर खतरे का निशान 108 मीटर पर है‌। जबकि चेतावनी प्वाइंट 107 मीटर पर दर्ज है।20 जुलाई को जल स्तर तेजी से बढ़ने का सिलसिला शुरू हुआ।21 जुलाई को जल स्तर 105.24 मीटर पर पहुंच गया। विभागीय सूत्रों के मुताबिक सोमवार को 7 घंटे तक जल स्तर थमा रहा। दोपहर को 3 वजहें से यमुना नदी के जल स्तर में मामूली सी गिरावट शुरू हुई। शाम को जल स्तर 105.21 मीटर पर दर्ज किया गया है। केन्द्रीय जल आयोग केंद्र कालपी प्रभारी रूपेश कुमार के अनुसार कोटा बैराज से पानी छोड़ जाने के बाद यमुना के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी हुई थी। उन्होंने कहा कि अब यमुना नदी के जलस्तर में धीरे-धीरे गिरावट होने की उम्मीद जताई जा रही है।

इंसेट 

रपटा डूबने से कई ग्रामो का सम्पर्क कटा रहा

कालपी जालौन 

20-21 जुलाई को यमुना नदी के उफनाने के कारण सहायक नून नदी पर मंगरोल- पड़री मार्ग का रपटा जलमग्न हो गया है। जिससे पड़री जाने का मार्ग प्रभावित है।प्रशासन के द्वारा दो अच्छी नाव की व्यवस्था की गई है। नाविकों को लाइफ जैकेट भी प्रशासन के द्वारा दी गई है। इसी प्रकार कालपी से रायड़ दिवारा गांव में जाने वाले मार्ग के रास्ते में यमुना नदी का पानी भर जाने से आवागमन ठप्प हो गया है। प्रशासन के द्वारा जलमग्न सड़कों में निगरानी रखी जा रही है।

इंसेट 

असुरक्षित तरीके से नदी पार न करने की नसीहत दी 

कालपी जालौन 

 उपजिलाधिकारी अतुल कुमार ने राजस्व कर्मचारियों के साथ कई स्थानों का दौरा किया।जल मग्न इलाकों में पुलिस को सुरक्षार्थ तैनात किया है। उपजिलाधिकारी अतुल कुमार ने बताया कि यमुना तथा बेतवा नदी का जल स्तर घटने लगा है। तथा खतरे के निशान से काफी नीचे है। उन्होंने कहा कि बाढ़ के पानी से जो मार्ग अवरूद्ध है। उनमें नागरिक असुरक्षित तरीके से नदी पार कर जान जोखिम में न डालें तथा वैकल्पिक व्यवस्था एवं मार्गो से आवागमन करें। रायड़ दिवारा क्षेत्र के लोग गुलौली मार्ग होकर के कालपी आ - जा सकते हैं। जबकि पड़री क्षेत्र के नागरिक उरकरा कला - जोल्हूपुर मोड़ होकर के कालपी के लिए आ जा सकते हैं

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