जिला अस्पताल में लापरवाही की इंतहा- इमरजेंसी वार्ड के डस्टबिन में मिला नवजात भ्रूण
उरई (जालौन) जिला पुरुष अस्पताल में बनी इमरजेंसी से एक चौंकाने वाली और हृदय विदारक खबर सामने आई है। इमरजेंसी वार्ड के शौचालय में रखे गए डस्टबिन से एक नवजात शिशु का भ्रूण मिला है। यह घटना न केवल अस्पताल प्रशासन की बड़ी लापरवाही को उजागर करती है बल्कि सुरक्षा व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है। जिले के सबसे बड़े पुरुष अस्पताल में हुई यह घटना मानवीय संवेदनाओं को झकझोर कर रख देती है। सवाल यह उठता है कि आखिर एक मासूम नवजात का भ्रूण इमरजेंसी वार्ड के डस्टबिन तक कैसे पहुंचा? जब उसे वहां फेंका गया तो अस्पताल परिसर में मौजूद सुरक्षा गार्ड कहां थे आखिर गार्ड की ड्यूटी किसलिए लगाई जाती है जब ऐसे संवेदनशील मामलों पर भी उनकी नजर नहीं जाती। अस्पताल प्रशासन की लापरवाही इस घटना से साफ झलकती है। जिला अस्पताल में जहां प्रतिदिन हजारों मरीज इलाज के लिए आते हैं वहां पर सुरक्षा और निगरानी का हाल यह है कि किसी को खबर तक नहीं हुई और एक नवजात का भ्रूण डस्टबिन में डाल दिया गया। यह न केवल अस्पताल की व्यवस्था की पोल खोलता है बल्कि वहां तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों की जिम्मेदारी पर भी बड़ा प्रश्नचिह्न खड़ा करता है। मामला सामने आने के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर नवजात के शव को कब्जे में ले लिया है और जांच शुरू कर दी है। अब देखना यह होगा कि अस्पताल के उच्च अधिकारी इस पूरे मामले की गहन जांच कर मृतक नवजात के मां-बाप तक पहुंच पाते हैं या फिर यह मामला भी अन्य मामलों की तरह सिर्फ “जांच जारी है” की औपचारिकता तक सीमित रह जाएगा।
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