यमुना का जलस्तर घटकर खतरे के निशान से 2 मीटर नीचे पहुचा

कालपी जालौन गुरुवार को यमुना नदी के जल स्तर में 5 सेंटीमीटर की गिरावट होती रही। दोपहर को 2 बजे घटकर जल स्तर 106.22 मीटर पर पहुंच गया। जल स्तर के कम होने से तटवर्ती क्षेत्र के नागरिकों ने राहत की सांस ली है।
ज्ञात हो कि मंगलवार 26 अगस्त को को यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से करीब एक मी ऊपर पहुंच गया था। फल स्वरुप बाढ़ के पानी से सड़कों के डूबने से दर्जन भर ग्रामों का कालपी से सम्पर्क कट गया था।
मंगलवार शाम 6 वजे से जल स्तर गिरने का जो सिलसिला शुरू हुआ वह गुरुवार को भी जारी रहा। केंद्रीय जल आयोग के प्रभारी रूपेश कुमार के मुताबिक 27/28 अगस्त की रात में जल स्तर में 10 सेमी प्रति घंटा की रफ्तार से गिरावट होती रही। जबकि गुरुवार को
5 सेंटीमीटर प्रति घंटा के हिसाब से जल स्तर में गिरावट है। 26 अगस्त की दोपहर 2 बजे जल स्तर 109.20 मीटर पर पहुंच गया है जब कि खतरे का लाल निशान 108 मीटर पर दर्ज है। जल स्तर को लेकर प्रशासन दिन भर सक्रिय रहा। रायड़ दिवारा रोड की सड़क से बाढ़ का पानी उतर जाने तथा जोंधर से भी सड़क से पानी उतर जाने की वजह से कालपी का ग्रामों में आवागमन सुचारू रूप से शुरू हो गया है
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