धनतेरस के दिन बाजारों में उमड़ी भीड़,जमकर हुई खरीददारी

कोंच (जालौन) दिन शनिवार को कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की तेरस तिथि है जिस पर धनतेरस का त्यौहार मनाया गया जिसपर लोगों ने जमकर खरीददारी की और बाजारों में चारों ओर रौनक दिखाई दी हर क्षेत्र की दुकानों पर भीड़ का रेला देखने को मिला आपको बताते चलें कि दीवाली के पांच दिनों के त्यौहार की शरुआत धनतेरस से हो जाती है क्योंकि मान्यता है कि धनतेरस के दिन आयुर्वेद के भगवान धन्वंतरि का जन्म हुआ था जिन्हें नारायण का अवतार माना जाता है और औषधि के जनक भी माने जाते हैं मान्यता है कि समुद्र मंथन के दौरान कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर भगवान धन्वंतरि का जन्म हुआ था और भगवान बिष्णु ने चिकित्सा विज्ञान के विस्तार के लिए धन्वन्तरि अवतार में जन्म लिया और इसके दो दिन बाद दीपावली के दिन माता लक्ष्मी प्रकट हुईं कहा जाता है कि धन्वन्तरि के प्रकट होते समय उनके हाँथ में पीतल के कलश था इसलिए लोग उनकी कृपा का पात्र बनने के लिए बर्तन ख़रीदते हैं वहीं झाड़ू को लक्ष्मी स्वरूप कहा जाता है तो इस दिन दरिद्रता को खत्म करने के लिए झाड़ू और लक्ष्मी को धन की देवी होने और सोना चांदी खरीदा जाता है इसी को लेकर पूरे नगर के बाजारों में ग्रामीण क्षेत्रों से सुबह से ही लोग आने लगे और अपने अपने मन पसन्द का सामान खरीदने में जुट गए और यह सिलसिला देर रात्रि तक चलता रहा वहीं सुरक्षा की दृष्टिकोण से पुलिस की चाक चौबंद व्यबस्था देखी गयी बाजार में उमड़ी भीड़ के बीच बाहन कहीं खलल न डाल दें जिसके लिए पुलिस ने रामगंज बाजार सागर तालाब पर बेरीकेट लगाकर सिर्फ दोपहिया बाहन को प्रवेश दिया इसके बाद सर्राफा बाजार पोष्ट ऑफिस मोड़ पर पूर्ण रूप से दुपहिया व चार पहिया बाहन बर्जित करते हुए पुलिस पिकेट को तैनात कर दिया गया वहीं लवली चौराहा से रामलीला भवन की ओर आने पर पुलिस ने वहां पर भी बेरीकेट लगाकर बाहन का प्रवेश बंद कर दिया और बाजार के अंदर चोर उचक्कों पर नजर रखे जाने के लिए सक्रिय पुलिस दस्ता को भी एक्टीवेट कर दिया।
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