आखिर लेखपाल को ग्राम समाज की जमीन पर कब्जा कराने अनुमति किसने दी?
अमित गुप्ता
संवाददाता
कालपी/जालौन कालपी कोतवाली क्षेत्र के ग्राम देवकली में पट्टे की भूमि पर बने मकान को लेकर पनप रहा असंतोष प्रशासन के लिए कभी भी सर दर्द बन सकता है पुलिस मामला शांत कराने के बजाए संबंधित लेखपाल से सांठगांठ कर विवादित भूमि पर एक दबंग द्वारा जबरन कराए जा रहे निर्माण को हरी झंडी दी जा रही है! जबकि मामला कोर्ट में विवादित है
सोचनीय पहलू यह है कि आखिरकार ग्राम समाज की जमीन में अवैध कब्जा कराने की अनुमति पुलिस व लेखपाल को किसने दी.
आपको बता दे कि आज समाधान दिवस में शिकायत कर्ताओं के क्रम मे एक 80 वर्षीय वृद्ध मिला जिसने अपना नाम मातादीन पुत्र चिंता निवासी ग्राम देवकली बताया जब उससे पूछा गया कि बब्बा आप यहां किसकी शिकायत करने आए हैं तो उन्होंने बिलखते हुए कालपी कोतवली के हल्का इंचार्ज और लेखपाल की करतूतों की पोल खोलनी शुर कर दी मेरा आवासीय पट्टा मौजा देवकली मुस्त गाटा संख्या 146 क्षेत्रफल 150 वर्ग मीटर पर मकान बना हुआ है वहाँ मकान के दरवाजे पर मेरी जो जगह बची है जिसमें गांव का ही मोहनलाल निवासी देवकली दरवाजा अवरोध कर निर्माण कर रहा है वह ग्राम समाज की जगह पर भी कब्जा कर निर्माण करवा रहा है वह हमारे मकान का दरवाजा दबंगई व ताकत के बल पर बंद करना चाहता है जब हमारे द्वारा मना किया गया तो मारपीट पर उतारू हो गया मुझे धमकी देने लगा कि निर्माण तो हम वहाँ कर ही लेंगे चाहे जहां भी जाओ तुम कुछ भी नहीं कर पाओगे उपरोक्त व्यक्ति के निर्माण कार्य करने से रोका जाए नहीं तो मकान के दरवाजा की जगह पर दबंग व्यक्ति कब्जा कर लेगा उन्हें ग्राम समाज की जगह पर भी निर्माण करने से भी मना किया जाए मोहनलाल के विरुद्ध सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए इतना ही नहीं वृद्ध ने बताया मेरा पट्टा 1988 में हुआ था तभी से वहां रह रहे हैं परंतु जो लोग वहां पर अवैध निर्माण करना चाहते उनके नाम से कोई कागजात भी नहीं है अभी 3 दिन से लगातार लेखपाल और हलका इंचार्ज आते हैं और यह कहते हैं कि तुम्हारा पट्टा निरस्त हो गया है यदि यह मकान नहीं बनने दिया तो तुम्हारा भी तुड़वा देंगे और जातिसूचक शब्दों का भी इस्तेमाल कर रहे हैं बहुचर्चित लेखपाल और उक्त हलका इंचार्ज उक्त भूमि को लेकर इतना रुचि क्यों ले रहे हैं सब इस बात को समझ सकते हैं महत्वपूर्ण बात तो यही है कि मामला कोर्ट में विचाराधीन है फिर भी उस भूमि पर जबरन निर्माण करवा रहे हैं यदि ग्राम प्रधान से जानकारी की जाए तो स्पष्ट हो जाएगा कि क्या सच्चाई है परंतु ऐसा नहीं हो रहा है जब पीड़ित पक्ष द्वारा समाधान दिवस में की गई शिकायत की जानकारी और कोर्ट में विवादित मामले का संज्ञान पुलिस और लेखपाल के संज्ञान में आया तो ले देकर मामले को निपटाने का दबाव बना रहे और धमकी दे रहे कि यदि नहीं माने तो मकान तुड़वा दिया जाएगा!
प्रधान ने भी स्वीकारा कि मातादीन का वर्षों पुराना मकान है
कालपी कालपी कोतवाली क्षेत्र के ग्राम देवकली में सन 1988 में हुए पट्टा और उस पर बरसों पुराना निर्मित इंदिरा आवास बने होने की पुष्टि ग्राम प्रधान बाल सिंह निषाद ने की उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि मातादीन के मकानों को बने हम कई सालों से देख रहे हैं परंतु जो लोग बनाना चाह रहे हैं उनका वहाँ कुछ भी नहीं है यदि वह जमीन ग्राम समाज की है तो उसकी जांच कराई जाएगी और ग्राम समाज की जमीन में किसी भी सूरत में अवैध कब्जा नहीं होने दिया जाएगा!
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