डॉक्टर की लापरवाही से मरीज ने खोई अपनी आंख, दबंग डॉक्टर ने दबवा दी अपनी जांच

के के श्रीवास्तव व्यूरो प्रमुख जालौन
कालपी (जालौन) वाह रे कानून और कानून के रक्षक किस तरह एक गरीब ठिलिया चलाने वाले रोज कमाने खाने वाले निर्बल मजदूर जो डाक्टर की लापरवाही का शिकार हुआ और अपनी एक आंख ही गवां दी अपनी फरियाद लेकर न्याय की आस में कानून के रखवालों के पास जाता है पर उस मजलूम को दुत्कार कर भगा दिया जाता है जानते हो क्यों उस कानून के रक्षक को दबंग पैसे वाला डाक्टर फील गुड करा देता है !पर जिस दर पर वो मजरूम न्याय की आस लेकर गया उसे इस न्याय से क्या मिला आज उस गरीब का परिवार एक एक दाने को मोहताज है !
इसकी अगर सच्चाई आप जान लेंगे तो मेरा दावा है आपका दिल भी पसीज जायेगा पर कानून के रखवाले कहलाने वाले ने गांधी छाप कागज के आगे इस गरीब की आह ली है देर सबेरे इसका इन्साफ अवश्य होगा और एक परिवार को भुखमरी पर पहुंचाने वाले जितने भी दोषी है भगवान उनको सजा जरूर देगा !
घटना कृम के अनुसार जनपद जालौन क्षेत्र के कालपी मे मुहल्ला आलमपुर ठक्कर बापा इण्टर कालेज के पीछे नरायण नेत्रालय है जिसमें डाक्टर मनोज सैनी का बोर्ड लगा है !जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि वह हफ्ता दस दिन मे ही उक्त अस्पताल में आता है अस्पताल को डाक्टर का अनट्रेंड छोटा भाई चलाता है जो लोगों की आखों से खिलवाड़ करता है ! महात्मा ज्योतीबाराव फुल्ले नामक एनजीओ के जरिए डाक्टर मनोज सैनी मुफ्त इलाज के नाम से लाखों रूपया कमा रहा है !
कुछ समय पहले नरायण नेत्रालय में आंखों के कैम्प का आयोजन किया जिसमें नासिर पुत्र खालिक निवासी मुहल्ला दमदमा कस्बा व थाना कालपी अपनी एक आंख को दिखाने गया कहा इस आंख से धुंधला दिखाई देता है! डा० ने कहा तीन दिन बाद आना आंख बनेगी तीन दिन बाद डॉ मनोज सैनी और उसके भाई ने आपरेशन कर दिया जब पट्टी खोली गई तो देखा आंख सफेद पड़ गई और दिखना भी बन्द हो गया !तब डॉ के भाई ने दस दिन की दवा देकर टहला दिया और कहा ठीक हो जायेगी पर कोई फर्क नहीं पडा़ दस दिन बाद फिर दिखाया तब डॉ मनोज सैनी ने उसे अपने कानपुर स्थित दूसरे अस्पताल ऊषा नेत्रालय में बुलाया वहाँ भी पन्द्रह दिन की दवा देकर टहला दिया पर आंख सही नहीं हुई पन्द्रह दिन बाद मरीज फिर कानपुर गया तो मनोज सैनी ने मोतीझील स्थित किसी दूसरे डाक्टर को दिखाया उसने भी दवा और इंजेक्सन देकर पन्द्रह दिन के लिए टहला दिया पर कोई लभ नहीं हुआ उसकी आंख पूरी तरह सफेद हो गयी और रोशनी चली गई बेचारा गरीब बार बार नरयण नेत्रालय के चक्कर लगाता रहा गिर डॉ के भाई ने उसे दुत्कार कर भगा दिया और कहा आज के बाद मत आना तुम्हें जो करते बने करलो अब इलाज नहीं होगा। ! बेचारे गरीब मजदूर से 16 हजार रुपये भी ठग लिए जो उसने अपनी बेटी की शादी के लिए एक एक कर जोड़े थे और अपनी आंख भी गंवा दी !एक भेंट में पीडड़ित ने बताया कि इंसाफ की आस में कोतवाली कालपी जहां सिकायती पत्र दिया था ! इसके बाद एक दिन टरननगंज चौकी प्रभारी ने बुलाया ओर हमसे पूंछ तांछ की हमने सारी सच्चाई बता दी !इसके बाद डाक्टर को भी बुलाया और उससे भी बात की पर जाने क्या हुआ दरोगा जी ने हमें डांट पिलाकर भगा दिया ! पर अपने परिवार का इकलौता कमाने वाला हूं आंख से रोशनी चली गई दर्द भी होता है इसलिए काम भी नहीं कर पा रहे मेरे आगे तो मुसीबतों का पहाड़ टूट पडा़ परिवार का पेट भरने के लिए बेटी के शादी के लिए एकत्र सामान भी बिक गया आज ये हालत है कि एक एक दाने को मोहताज है !मजबूर होकर सीएमओ जालौन उपजिलाधिकारी कालपी सहित उच्चाधिकारियों से न्याय की गुहार लगाते हुए डाक से सिकायत की है !अब देखना होगा कि उसके साथ न्याय होता है य नहीं! एक भेंट में पीड़ित ने कहा हमारा यही दोष है हम गरीब हैं इसी लिए हमें न्याय नहीं मिल रहा है पर ऊपर वाले के दरबार में तो न्याय मिलेगा भले ही देर लगे !
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