कालपी पी जी कालेज में भारत छोड़ो आन्दोलन दिवस पर आयोजित हुआ कार्यकृम
अमित गुप्ता
संवाददाता
कालपी जालौन आजादी का अमृत महोत्सव के तहत कालपी कालेज कालपी में भारत छोड़ो आन्दोलन दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में वक्ताओं ने भारत छोड़ो आन्दोलन पर अपने विचार साझा किए !
प्राचार्य डा.सूर्य नरायण सिंह ने कहा कि द्वितीय विश्व युद्व के समय 8अगस्त 1942 को आरंभ किया गया था यह एक आंदोलन था जिसका लक्ष्य भारत में ब्रिटिश समाज को समाप्त करना था यह आंदोलन महात्मा गांधी द्वारा अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के मुंबई अधिवेशन में शुरू किया गया था यह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान विश्व विख्यात काकोरी कांड के ठीक 17 साल बाद 8 अगस्त 1942 को गांधीजी के आवाहन पर समूचे देश में एक साथ आरंभ हुआ यह भारत को आजाद करने के लिए अंग्रेजी शासन के विरुद्ध एक सविनय अविज्ञा आंदोलन था!
आजादी अमृत महोत्सव कार्यक्रम प्रभारी डॉ मधु प्रभा तिवारी ने कहा भारत छोड़ो आंदोलन को देश का सबसे बड़ा चक्रीय आंदोलन माना जाता है जिसमें अंग्रेजों को भारत से खदेड़ने में बहुत बड़ा योगदान दिया है भारत छोड़ो आंदोलन उस समय शुरू हुआ था जब दुनिया में काफी बदलाव के दौर चल रहे थे पश्चिम में लगातार युद्ध चल रहा था वही पूर्व में भी साम्राज्यवाद के खिलाफ आंदोलन उग्र होते जा रहे थे! प्रोफेसर डॉक्टर आरती पांडे ने बताया कि प्रतिष्ठित भारत छोड़ो नारा समाजवादी कांग्रेस नेता और भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के कम ज्ञात नायक युसूफ मेहर अली द्वारा 1942 में गड़ा गया था वह नेशनल मलेशिया मुंबई यूथ लीग और कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी के संस्थापक थे!इसी तरह अन्य वक्ताओं ने भी अपने विचार प्रकट किए!कार्यकृम में प्रमुख रुप से डॉक्टर डॉक्टर फ्रॉम चंद्र सिंह चौहान डॉक्टर शैलेंद्र शेखर वशिष्ट डॉक्टर प्रवीण कुमार डॉक्टर राधा रानी श्रीवास्तव डॉक्टर नीता तिवारी लक्ष्मी ओझा डॉक्टर कीर्ति परवल पंकज द्विवेदी बृजेंद्र सिंह व कार्यालय अधीक्षक डॉक्टर विवेक निगम पुस्तकालय प्रभारी आनंद चौधरी के अध्यक्ष पंकज बहादुर मुकेश विश्वकर्मा पप्पू आज कर्मचारी के अतिरिक्त छात्र में प्रमुख रूप से श्रेया पाण्डेय स्नेहा दीक्षित विविका द्विवेदी मीनाक्षी कशिश आरती गुप्ता मुस्कान सोनम आदि उपस्थिति रहे!
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