प्रधानमंत्री आवास न दिए जाने का दिव्यांगों ने सचिव पर लगाया आरोप
कोंच(जालौन) आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में ग्राम चमर्सेना निबासी चित्तर सिंह पुत्र महावीर प्रसाद ने दिन शनिवार को प्रभारी अधिकारी को एक शिकायती पत्र देते हुए बताया कि मै सौ प्रतिशत दिव्यांग व्यक्ति है और मेरे पास रहने के लिए कोई घर नहीं है मैने प्रधानमंत्री आवास के लिए आवेदन किया था और जारी सूची में मेरा नाम भी दर्ज किया गया था किंतु सचिव द्वारा जांच के दौरान किसी और का पक्का मकान बताकर मुझे अपात्र कर दिया है जिससे मुझे सख्त हक तलफी है और मेरे पास आय का कोई साधन भी नहीं है जिससे मै मकान बना सकूं पीड़ित ने प्रभारी अधिकारी से किसी सक्षम अधिकारी से जांच कराकर मुझे पात्र घोषित कर आवास दिलाये जाने की मांग की है*वहीं ग्राम चमर्सेना ही निबासी दिव्यांग बिष्णु कुमार पुत्र राधे श्याम ने भी आयोजित सम्पूर्ण समाधान में प्रभारी अधिकारी को एक प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि मै पैर से दिव्यांग हूँ और मेरे पास रहने के लिए कोई घर नहीं नहीं है और मै आनंद दीक्षित के मंदिर के बगल में पड़ी जगह पर रहता हूँ और प्रधानमंत्री आवास के लिए आवेदन किया था जिस सूची में मुझे पात्र दर्ज किया था लेकिन सचिव द्वारा जांच करने पर और मेरे भाइयों के मकानों को देखकर मेरा नाम पात्रता सूची से हटा दिया है और मुझे आवास नहीं मिल पा रहा है पीड़ित ने प्रभारी अधिकारी से किसी अन्य सचिव/अधिकारी द्वारा जांच कराई जाए और जांच के दौरान मुझे भी सूचित किया जाए जिससे मै मौके पर मिल सकूं और पात्रता के आधार पर मेरा आवास स्वीकृत किया जाए।
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