विद्यालय के बच्चों व शिक्षकों को आपदा से निपटने के उपाय बताएं गए

रोहित कुमार गुप्ता*
बलरामपुर । आपदाओं से निपटने के लिए उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा क्षेत्र के कम्पोजिट विद्यालय शिवपुर ग्रंट में मुख्यमंत्री स्कूल सुरक्षा कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षक श्रीकांत तिवारी ने विद्यालय के बच्चों व शिक्षकों को आपदा से निपटने के अनेक उपाय बताएं।
उन्होंने कहा कि विद्यालयों में आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण देने का उद्देश्य है कि बच्चे एवं अध्यापक आपदाओं से निपट सकें। आपदा प्रबंधन प्राधिकरण सर्वे रिपोर्ट के अनुसार सबसे ज्यादा स्कूली बच्चे इसकी चपेट में आ जाते हैं। विभिन्न आपदाओं में बच्चे सबसे अधिक पीड़ित होते हैं। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री सुरक्षा कार्यक्रम स्कूलों में संचालित किया जा रहा है।
डॉ अताउल्लाह खान ने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत एक दिवसीय प्रशिक्षण में स्कूल सुरक्षा गाइड लाइन का लेखन, जागरूकता, विद्यालय आपदा प्रबंधन योजनाएं और माक ड्रिल का आयोजन किया गया है। अध्यापकों व स्कूली बच्चों को बताया गया कि सर्पदंश होने पर काटे गए जगह पर दर्द, नींद आना, सांस लेने में परेशानी हो सकती है, सांप द्वारा काटे हुए अंग को हृदय से नीचे रखें और सांत्वना दें। घबराहट से हृदयगति, खून का संचरण तेज हो जाता है, जहरीले सांप ने काटा है तो डाक्टर एंटी वीनम सीरम इंजेक्शन का उपयोग करते हैं। धंसी हुई पलकें, नेक्रोसिस और शरीर से कोशिकाओं की मृत हो जाना, मुंह में झाग आना, निगलने में परेशानी, पसीना आना, धुंधला दिखना, सांप से कटे हुए स्थान को स्थिर करें यानि व्यक्ति को चलने-फिरने न दें। सर्पदंश से बचाव के लिए सांप के रहने के स्थल की जानकारी रखी जाए। बारिश, बाढ़, रात और खेत में सतर्क रहने की आवश्यकता है, पांव को जूता से ढक कर रखें, अंधेरे और रात में टार्च का उपयोग किया जाए, जमीन पर न सोएं।
डॉ अमरेंद्र कुमार, डॉ. शालनी मिश्रा, ज्ञान प्रकाश, एएनएम सेवता ने भी आपदा से निपटने पर चर्चा किया।
प्रधानाध्यापक ब्रजेश चौधरी, गौरव तिवारी, सोना देवी,कपिल देव मौजूद रहे।
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