ईद-उल-अज़हा 29 जून को होगी, अल्लाह की राह में क़ुरबानी करे

Jun 23, 2023 - 19:25
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ईद-उल-अज़हा 29 जून को होगी, अल्लाह की राह में क़ुरबानी करे

अमित गुप्ता

संवाददाता

कालपी जालौन कालपी प्रमुख इस्लामिक विद्वान तथा दारुल उलूम गौसिया मजीदिया के प्रबन्धक अल्हाज हाफिज इरशाद अशरफी ने बताया की इस्लामी साल का ये आखिरी महीना है जिसे बकरीद के नाम से जाना जाता है, इस माहे मुबारक की बहुत ही शान है। इसका चांद नज़र आते ही हर दिल में उस अजीमुश्शान क़ुरबानी की याद ताजा हो जाती है कि जिसकी मिसाल कोई पेश नही कर सकता है। इसमें जो क़ुरबानी की जाती है ये हज़रत इब्राहीम अलैहिस्सलाम की प्यारी सुन्नत है, उन्ही की सुन्नत को अदा करने के लिए मुसलमान अपने जानवरों की कुर्बानियां पेश करता है।

हाफिज इरशाद अशरफी ने बताया कि लोगो को अगर क़ुरबानी के मसाइल की जानकारी न हो तो उसे अपने उलमा-ए-किराम जांनकारो से पूछना चाहिए क्योंकि अक्सर ये देखा जाता है कि जो लोग साहिबे निसाब होते है वो क़ुरबानी नही करते है, और कुछ लोग होते हुए भी दूसरों के नाम पर क़ुरबानी करते है।उन्होंने कहा कि जो शक़्स साहिबे निसाब हो उसको अपने ऊपर क़ुरबानी वाजिब होती है, अब अगर किसी दूसरे के नाम से क़ुरबानी करना चाहता है तो फिर वो दो क़ुरबानी करेगा क्योंकि उसे तो अपने नाम से हर साल करनी ही होगी जबतक वो इसके निसाब तक रहेगा। और जो जानवर क़ुरबानी के लिए लाएं वो अच्छे हो उन्होंने बताया कि जहां भी क़ुर्बानी की जाएं उस जगह को खुला न होना चाहिए उस जगह मे पर्दा कर लें, और जानवरों के निकले हुए अवशेष को नालियों में या रोड पर न डाले नगर पालिका की तरफ से किया गया हो उसी जगहों पर इसको डालें उन्होंने बताया कि 29 जून की सुबह 7:30 खानकाह मुंह दिया मस्जिद में ईद उल अजहा की नमाज अदा की जाएगी

फोटो हाफिज इरशाद अशरफी

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