मां बनखंडी देवी मंदिर में महंत जमुनादास जी महाराज के नेतृत्व में कार सेवकों का होगा सम्मान
अमित गुप्ता
कालपी जालौन ६ दिसंबर १९९० से अयोध्या में कारसेवा आरंभ हुई ।जालौन के लिये १८ दिसंबर की तारीख कारसेवा हेतु निर्धारित कालपी नगर के ३०० कारसेवकों के साथ बस से अयोध्या के लिये रवाना हुआ और १८ दिसंबर को ही मुहल्ला रावगंज निवासी राकेश गुप्ता अयोध्या जाने के लिए घर से रवाना हुए।लेकिन पुलिस
द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया। और जनपद जालौन की छानी गांव मे बनाई गई आस्थाई जेल मे बंद कर दिया गया काफी दिन बाद हम सभी राम भक्तों को कोर्ट के आदेश पर रिहा किया गया। रामभक्त राकेश गुप्ता ने बताया कि घर वालो ने उस समय काफी रोका था।
इसी कार सेवा में ३१ अक्टूबर १९९१ में मुलायम सरकार ने कारसेवकों पर गोली चलवा दी थी जिसमें कोठारी बंधु सहित २२ कारसेवक मारे गये थे । उन्होंने बताया कि 1990 में प्रशासन तथा पुलिस ने राम भक्तों के साथ बहुत ही बर्बरता की थी स्मरण सुनते सुनते राकेश गुप्ता सिहर उठाते हैं।वर्तमान माहौल में खुशी जताते हुए उन्होंने बताया कि
अब रामलला को मंदिर में विराजते देख हम लोग अत्यंत प्रसन्न है और २२ जनवरी को हम सभी अपने अपने घरों में दीपोत्सव मनायेगें हम सब बडे भाग्यशाली जो राम जी के काज में योगदान दिया अब उक्त कारसेवकों के घर के लोग भी प्रसन्न है।
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