रतन सिस्टर्स की कार्यशाला सम्पन्न l
लखनऊ 2 जुलाई। । एक माह पूर्व प्रारंभ हुई ग्रीष्मकालीन कथक नृत्य की कार्यशाला आज मंगलद्वार त्रिवेणी नगर मे प्रस्तुति के साथ पूर्ण हो गयी । मुख्य अतिथि कुमायु कोकिला श्रीमती विमल पंत ने कार्यक्रम का दीप जलाकर विधिवत शुभारंभ किया। कार्यक्रम की जानकारी देते हुए कनिष्क श्रीवास्तव ने बताया कि हम बच्चों के उत्साह वर्धन के लिए ऐसे आयोजन करते रहते हैं ।कार्यशाला में 30 बच्चों ने प्रतिभाग किया था ।आयोजक शैलजा श्रीवास्तव ने बताया कि कम बच्चे इसलिए रखें जिससे बच्चे अच्छी तरह से पारम्परिक कथक नृत्य को जान और समझ सके । रतन सिस्टर्स के नाम से ख्याति प्राप्त प्रशिक्षिका ईशा रतन और मिशा रतन ने पारम्परिक कथक में आर्या,विधिका विशेन, करिषिता सोनी, विरितिका सोनी, व्याख्या विशेन, कनिष्का वर्मा, को प्रशिक्षण प्रदान करते हुए ताले ,लडी, टुकड़े , कवित्त की जानकारी साझा की । बच्चों को आज के समय के चलते बच्चों की पसन्द को ध्यान में रखते हुए । जाह्नवी अवस्थी ने फिल्मी गानों पर प्राची कश्यप, अंजु वर्मा,वरतिका, अंजली, सपना,परानशी , प्रखर, मीनू, हरिओम, आस्था, मोनिका बाजपेई, दक्ष श्रीवास्तव, कल्पना राजपूत, रिया वर्मा। को प्रशिक्षण प्रदान किया। कार्यक्रम का प्रारम्भ दीप प्रज्ज्वलित करके गणेश वंदना मुदा करात मोदकम से हुआ। तत्पश्चात युगल नृत्य प्रस्तुत करते हुए ,'नाचे सारे' ' मैंने पायल है छनकाई ' के बाद मोहे रंग दो लाल, और सरस्वती वंदना की मंगलमय प्रस्तुति हुई।। समूह नृत्य की श्रृंखला में पारम्परिक कथक प्रस्तुति के बाद काला भूत काट खायेगा, नाचे सारे, झूमे जो पठान, गल्ला करिये जैसे गीतों पर बच्चों ने जमकर धमाल किया। नृत्य प्रस्तुति के बाद लोक गीत , भजनों की धारा का आरंभ हुआ जिसमें शैलजा ,रागिनी ,देवोश्री,आशा , मधु ने लोक गीत अवध में बाजे सखी आज बधैया गीत की प्रस्तुति दी। अखिलेश ने भजन राम भक्त ले चला रे राम की निशानी से महौल को भक्तिमय बना दिया।शिव प्रकाश श्रीवास्तव ने पायो जी मैने राम रतन धन पायो गीत प्रस्तुत किया। अंत में मुख्य अतिथि द्वारा बच्चों को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।
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