भगवान से बढ़कर कोई और सुख संपदा नहीं भागवत सुनने से होता है कल्याण- व्यास
कोंच(जालौन) कथा वाचक पं.रमाकांत व्यास रावतपुरा धाम ने कथा की शुरुआत करते हुए कहा कि आप सब पर ठाकुर जी की कृपा है. जिसकी वजह से आप आज कथा का आनंद ले रहे है दिन सोमवार को कथा में नारद जी के पूर्व जन्म की कथा व्यास जी द्वारा भागवत बनाना ,, अमरकथा और शुकदेवजी के जन्म का वृतांत का विस्तार से वर्णन किया गया
श्रीमद् भागवत महापुराण कथा में यह भी बताया कि अगर आप भागवत कथा सुनकर कुछ पाना चाहते हैं. कुछ सीखना चाहते है तो कथा में प्यासे बन कर आए. कुछ सीखने के उद्देश्य से, कुछ पाने के उद्देश्य से आएं, तो ये भागवत कथा जरूर आपको कुछ नहीं बल्कि बहुत कुछ देगी. मनुष्य का जीवन सांसारिक भोग में नहीं कृष्णभक्ति में बिताएं. मनुष्य जीवन विषय वस्तु को भोगने के लिए नहीं मिला है. लेकिन आज का मानव भगवान की भक्ति को छोड़ विषय वस्तु को भोगने में लगा हुआ है.उसका सारा ध्यान संसारिक विषयों को भोगने में ही लगा हुआ है. मानव जीवन का उद्देश्य कृष्ण प्राप्ति शाश्वत है. उन्होंने कहा कि हमारे आजीवन का उद्देश्य कृष्ण को पाकर ही जीवन छोड़ना है और अगर हम ये दृढ़ निश्चय कर लेंगे कि हमें जीवन में कर्षनल को पाना ही है तो हमारे लिए इससे प्रभु से बढ़कर कोई और सुख, संपत्ति या सम्पदा नहीं है.भागवत कथा श्रवण करने वालों का सदैव कल्याण करती है. भगवत कथा के समय स्वयं श्रीकृष्ण आपसे मिलने आए हैं. जो भी इस भागवत के तट पर आकर विराजमान हो जाता है, भागवत उसका सदैव कल्याण करती है. उन्होंने कहा कि बिना जाति और बिना मजहब देखे इनसे आप जो मांगे यह आपको वो मनवांछित फल देती है और अगर कोई कुछ न मांगे तो उसे मोक्ष पर्यन्त तक की यात्रा कराती है. नहर कोठी परिसर में चल रही श्रीमद भागवत कथा में कथा व्यास ने कही
वही भागवत कथा में पहुचे होमगार्ड मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने कहा किभगवान की कृपा के बिना आपका आना सम्भव नहीउनको भी साधुबाद देता हूं जिनके आयोजन से आप सभी इस कथा का श्रवण कर रहे है में भी चिंतन करता हूँ अगर हम पन्द्रह बीस साल पहले जाय तो कथाये कम होती थी मन्दिर में भीड़ कम होती थी बड़े सन्त महात्माओ के यहां कम भीड़ होती थी लेकिन उस समय भाईचारा ज्यादा था कथाये आज बड़ी है मठ मन्दिरो में भीड़ बड़ी है बड़ी दुर्गम यात्राएं हैं तीर्थो की वहाँ भी भीड़ बड़ी है लेकिन वैमनुष्यता ईर्ष्या भी उतनी ही बढ़ रही हैं कारण क्या है हम लोग कथा में जा रहे अपना बेशकीमती समय खर्च कर रहे है तो हमे कुछ सीखना चाहिए सीखना ही नही अपने जीवन मे उसका अनुसरण करना चाहिए हम कथा तो सुनते हैं लेकिन जीवन मे अनुसरण नही करते इसलिए यह वैमनुष्यता ईर्ष्या बढ़ रही हैं
मुख्य रूप से यजमान पालिकाध्यक्ष श्री मती मोंटी प्रदीप गुप्ता अनिल गुप्ता,व इस मौके पर होमगार्ड मंत्री धर्मवीर प्रजापति ,विधायक मूलचन्द्र निरंजन ने भागवत कथा की आरती उतारी इस मौके पर सुनील कांत तिवारी अमित उपाध्याय, अजय तिवारी महावीर गुप्ता प्रभंजन गर्ग, इंजीनियर राजीव रेजा अशोक गुर्जर नरेश कुशवाहा राजा गुप्ता विकास पटेल सहित सैकड़ो श्रदालु लोग मौजूद रहे।
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