यमुना का जल स्तर आधा मीटर घटने से लोगों ने ली राहत की सांस, लेकिन खतरा अभी टला नहीं
जिला संवाददाता
अमित गुप्ता
कालपी जालौन
कालपी/जालौन सोमवार को यमुना नदी के जलस्तर में एक दिन में आधा मीटर की कमी हुई है। सड़क डूबे होने से मगरौल - पड़री मार्ग में आवागमन लगातार चौथे दिन भी ठप्प रहा।संभावित बाढ़ की संभावनाओं को मद्देनजर रखते हुए प्रशासन ने यमुना नदी के तटवर्ती स्थानों में सतर्कता कम नहीं हुई।
केन्द्रीय जल आयोग केंद्र कालपी के प्रभारी रूपेश कुमार ने बताया कि जलस्तर दूसरी बार बढ़ जाने से यमुना नदी का कालपी में जलस्तर 18अगस्त को 104.40 मीटर पर पहुंच गया था। जबकि 19 अगस्त को धीरे-धीरे जलस्तर घट कर 103.93 मीटर पर पहुंच गया है। कालपी में
खतरे का लाल निशान 108 मी पर अंकित है इस दृष्टिकोण से 3 मी खतरे के निशान से नीचे यमुना नदी कालपी में वह रही है। केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक चम्बल नदी से पानी छोड़ने के बाद यमुना नदी के उफनाने का दौर शुरू था।तथा बाढ़ की संभावना बढ़ रही थी। उप जिलाधिकारी के मुताबिक़ आपदा प्रबंधन से जुड़े कर्मचारी भी निरंतर बाढ़ पर नजर रखे हुए हैं।
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