ई-रिक्शा चालकों के खिलाफ शहर में नहीं दिख रहा अभियान का असर

Apr 20, 2025 - 18:44
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ई-रिक्शा चालकों के खिलाफ शहर में नहीं दिख रहा अभियान का असर

अमित गुप्ता 

उरई जालौन 

उरई (जालौन) उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अयोध्या की महिला की हत्या के बाद सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने बैठक में उसके खिलाफ अभियान चलाए जाने के निर्देश दिये थे जिसमें सरकार बिना पंजीकरण दौड़ रहे ई रिक्शा और ऑटो रिक्शा के खिलाफ सख्त कार्यवाही करते हुए 30 अप्रैल तक अभियान चलाकर कार्यवाही के निर्देश दिए है उन्होंने कहा था कि इसमें किसी प्रकार की लापरबाही या खिलबाड़ बर्दास्त नहीं होगा जिसमें परिवहन आयुक्त ने समस्त पुलिस कमिश्नर जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखा था योगी ने अधिकारियों को हिदायत दी थी कि किसी भी गाड़ी की स्टेयरिंग नाबालिगों के हाँथ में न हो और इसका ध्यान रखते हुए टेम्पो व ई-रिक्शा संचालकों के सत्यापन कराया जाए जिसकी नियमित रूप से मॉनीटरिंग की जाए लेकिन शहल में आये दिन नाबालिगों के हाँथों में ई-रिक्शा की स्टेयरिंग देखने को मिलती है जिनके कारण कईबार सवारियां तो चुटिहिल होती ही हैं साथ ही साथ शहर में जाम का मुख्य कारण ई-रिक्शा बने हुए है क्योंकि ई रिक्शा चालकों द्वारा मनमाने ढंग से कहीं भी रिक्शा खड़ा कर सवारियां उतारते बैठारते हैं इतना ही नहीं मुख्य बाजार में सामान ढोने के कार्य में ई-रिक्शा ही लगे हुए हैं जो दुकानों के आगे खड़े होकर सामान लादते हैं जिसके कारण आवागमन बाधित होता है वहीं ई रिक्शा घरेलू बिधुत से चार्ज किया जाता है जबकि इसका प्रयोग व्यबसायिक होता है जिससे लाखों रुपये की राजस्व की हानि सरकार को होती है नगर में ई रिक्शा चालकों के लिए कोई भी चार्जिंग प्वाइंट नहीं है और ये घरेलू बिधुत से चार्ज किये जा रहे हैं जिस पर बिधुत बिभाग को भी कार्यवाही करते हुए घरेलू बिधुत बचाये जाने का प्रयास करना होगा अब देखना है कि नगर के जिम्मेदारों द्वारा ई रिक्शा व टैम्पो चालकों के विरुद्ध कब अभियान चलाया जाता है।

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