यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से 5 मीटर नीचे खिसकने से राहत

कालपी जालौन गुरुवार को यमुना नदी के जल स्तर में लगातार 5 सेंटीमीटर की गिरावट होती रही। दोपहर को जल स्तर 103.30 मीटर पर पहुंच गया। जल स्तर खतरे के निशान से पौने 5 मीटर कम होने से तटवर्ती क्षेत्र के नागरिकों ने राहत की सहायता ली है।
ज्ञात हो कि पिछले शनिवार को यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से करीब 4:30 मी ऊपर पहुंच गया था। फल स्वरुप कालपी नगर के आधा दर्जन मोहल्ले तथा कई गांव की बस्तियां बाढ़ के पानी में डूब गए थे। शनिवार को करीब 11 वजहें से जल स्तर गिरने का जो सिलसिला शुरू हुआ वह गुरुवार 7 अगस्त तक लगातार जारी रहा। केंद्रीय जल आयोग के प्रभारी रूपेश कुमार के मुताबिक 5 सेंटीमीटर प्रति घंटा के हिसाब से जल स्तर में गिरावट है। यमुना नदी के जल स्तर में निरंतर गिरावट जारी है। खतरे का लाल निशान 108 मीटर पर दर्ज है। गुरुवार बाढ़ प्रभावितों को मदद पहुंचने के लिए अधिकारी तथा जनप्रतिनिधि जुटे रहे। उप जिलाधिकारी मनोज कुमार सिंह, तहसीलदार अभिनव कुमार तिवारी, नायव तहसीलदार मुकेश कुमार, चंद्र मोहन शुक्ला, लेखपाल राघवेंद्र सिंह निरंजन जितेंद्र सिंह आदि राजस्व कर्मचारी यमुना नदी क्षेत्र तथा बाढ़ग्रस्त इलाकों में राहत सामग्री को फितरत कराने के लिये भ्रमण करते रहे।
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