बहना ने भाई की कलाई पर प्यार बांधा है प्यार के दो तार से संसार बांधा है

कोंच (जालौन) 'बहना ने भाई की कलाई पर प्यार बांधा है प्यार के दो तार से संसार बांधा है जैसे गाने महज फिल्मी गाने भर नहीं हैं बल्कि सनातन संस्कृति में इनकी अंतर्निहित भावना भाई और बहिन के बीच के अटूट प्रेम संबंधों को भी दर्शाता है ऐसी ही भावनाओं के साथ भाई बहन के पवित्र प्रेम और विश्वास का प्रतीक रक्षाबंधन पर्व यहां परंपरागत रूप से उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया बहनों ने भाइयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांध कर तिलक किया और आरती उतारी भाइयों ने भी उन्हें उपहार भेंट कर उनकी रक्षा का वचन
दिया राखी का त्योहार यानी भाई बहन के बीच प्यार और विश्वास का ऐसा पर्व जो जाति धर्म संम्प्रदाय की सीमाओं से परे समता एकरसता और संबंधों की शुचिता के साथ सार्वभौम रूप से मनाया जाता है दिन शनिवार को यहां नगर व क्षेत्र में रक्षाबंधन पर्व उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया इस पर्व की एक बिशेषता यह भी है कि घर बहुओं से खाली हो जाते हैं और बेटियों की किलकारियों से गूंज उठते हैं दिन की शुरुआत प्रभु स्मरण से हुई सबसे पहले लोग मंदिरों में दर्शन करने गए और पहली राखी भगवान को भेंट कर उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया इसके बाद बहनों ने भाइयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांध कर उनकी लंबी उम्र की कामना की तो वहीं भाइयों ने भी उनकी रक्षा का वचन देकर उन्हें उपहार भेंट किए सबसे ज्यादा मस्ती बच्चों की रही सुबह सबेरे से ही बहनें रंगबिरंगे परिधानों में सजी तितलियों की तरह चहक रहीं थीं क्योंकि उन्हें अपने प्यारे भाइयों को राखी जो बांधनी थी हालांकि छोटे छोटे बच्चों और बच्चियों को नहीं मालूम कि रक्षाबंधन क्या होता है उन्हें तो बस इतना पता है कि आज राखी का त्योहार है और उन्हें अपने भइया की कलाई पर राखी सजानी है जिसके बाद भइया उन्हें गिफ्ट देंगे।
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