वर्चुअल मीटिंग में मुख्यमंत्री से पालिका के ई.ओ. का हुआ सीधा संवाद

कालपी (जालौन) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ आयोजित वर्चुअल मीटिंग में नगर पालिका की अधिशासी अधिकारी अवनीश कुमार शुक्ला ने कालपी के ऐतिहासिक, पौराणिक धार्मिक स्थलों के बारे में चर्चा की। समझा जाता है कि निकट भविष्य में कालपी का चतुर्मुखी विकास की योजनाये शुरू हो सकती है।
विकसित उत्तर प्रदेश 2047 समृद्धि शताब्दी वर्ष महाअभियान के संबंध में मुख्यमंत्री की वर्चुअल मीटिंग में नगर पालिका कालपी के सभागार में पालिका के अधिशासी अधिकारी अवनीश कुमार शुक्ला तथा सभासदगण, एकाउंटेंट हर भूषण सिंह चौहान,अवर अभियंता प्रवीण कुमार मौर्या सरफराज खान, राजस्व निरीक्षक अजीत कुमार आदि मौजूद रहे।
वर्चुअल मीटिंग में मुख्यमंत्री का कालपी के पालिका के ईओ शुक्ला से सीधा संवाद कायम हुआ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाभारत के रचयिता भगवान वेदव्यास की कर्मस्थली, स्वतंत्रता संग्राम के लिए मशहूर कालपी नगरी, एवं विभिन्न धर्म स्थलों का वर्णन करते हुए कालपी धाम की चर्चा की। उन्होंने कहा कि निकायों को अपनी आय के श्रोत को बढ़ाने की आवश्यकता है। जनता को अधिक से अधिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाये।अधिशासी अधिकारी शुक्ला ने अवगत कराया की ऐतिहासिक एवं धार्मिक रूप से विख्यात कालपी नगरी में पर्यटन की बहुत संभावनाएं हैं। पवित्र यमुना नदी के जीर्ण शीर्ण हो रहे प्राचीन घाटों के चतुर्मुखी विकास तथा अन्य पौराणिक स्थलों के विकास को लेकर चर्चा की गई। इस मीटिंग में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश का वर्ष 2047 तक विकसित राज्य की अग्रणी श्रेणी में शुमार करना लक्ष्य है। इसलिए सभी निकायों को इसमें योगदान देने की आवश्यकता है। उन्होंने नगरीय विकास के लिये प्रस्ताव पेश करने के लिए भी कहा।मीटिंग से समझा जाता है कि निकट भविष्य में कालपी के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं लागू हो सकती है।
फोटो - मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की वर्चुअल मीटिंग में ईओ, सभासद तथा कर्मचारी
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