धोखाधड़ी कर जमीन बेचने वाले संगठित गिरोह की महिला समेत 2 लोगो को किया गया गिरफ्तार
अमित गुप्ता
संवाददाता
कालपी(जालौन) निकटवर्ती ग्राम मौजा छौंक की जमीन को धोखाधड़ी से फर्जी बैनामा कराया जाने की घटना में शामिल गिरोह की महिला समेत 2 लोगों को रविवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बहुचर्चित घोटाले का पर्दाफाश होने के बाद से 12 लोग इस मामले में जेल की हवा खा चुके हैं। खौफ से कई नामचीन चेहरे गायब हो गए हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार तहसील कालपी के मौजा छौंक स्थित जमीन जो विद्यावती के नाम अभिलेखों में दर्ज थी। उस जमीन का बैनामा कराने के लिए नकली महिला छिद्दन पत्नी रघुवीर सिंह यादव निवासी ग्राम धमना उम्र 66 वर्ष का फर्जी आधार कार्ड विद्यावती के नाम से बनवाया गया था तथा 28-8-2023 को संदीप सिंह पुत्र रामसुमरन सिंह निवासी आलमपुर कालपी आदि के द्वारा संगठित गिरोह बनाकर षड्यंत्र रचकर धोखाधड़ी कर कूटरचित ढंग से दस्तावेज तैयार कर महिला छिद्दन को विद्यावती पुत्री मुनीश्वर पत्नी रघुवीर के रूप में पेश कर फर्जी बैनामा करीब 2 करोड़ रुपए से अधिक रकम की ठगी की गई थी।
इस प्रकरण का मुकदमा कालपी कोतवाली में जुर्म धारा 419, 420, 467, 468, 471 तथा 120 बी आईपीसी के अंतर्गत दर्ज किया गया है। उक्त मामले की बिबेचना एडीशनल इंस्पेक्टर मोहम्मद अशरफ द्वारा की जा रही है। एडीशनल इंस्पेक्टर मोहम्मद अशरफ की टीम ने फर्जी बैनामा कराने वाली जमीन की बिक्रेता महिला छिद्दन पत्नी रघुवीर सिंह यादव निवासी ग्राम धमना को गिरफ्तार कर लिया। इसी प्रकार फर्जी बैनामा कराकर धोखाधड़ी से अर्जित की गई धनराशि से 20 लाख रुपए को बैंक एकाउंट से आरोपी अनवार पुत्र असलम निवासी फर्रआसखआनआ कदौरा के खाते में ट्रांसफर कर के पहुंचाया गया था। बाद में
इंटरनेशनल बैंक की शाखा के संविदा कर्मचारी जितेंद्र के पास रकम पहुंची थी। इस घटना में नाम प्रकाश में आने पर आरोपी महिला छिद्दन तथा अबरार कदौरा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
जमीन ठगी के मामले में 10 आरोपी पहले ही जेल जा चुके
जमीन घोटाले के मामले का खुलासा करने के लिए क्षेत्राधिकारी डॉ देवेंद्र कुमार,कोतवाली प्रभारी निरीक्षक शिवकुमार सिंह राठौर, अतिरिक्त निरीक्षक मोहम्मद अशरफ की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद 10 आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेज चुकी है। उन्होंने बताया कि विवेचना के दौरान पुलिस को कई तथ्य प्रकाश में आए हैं। फर्जी बैंक खाता एक्सिस बैंक दिबियापुर शाखा में खोला गया था, जिसमें शाखा प्रबंधक सहित 3 कर्मचारियों के द्वारा धोखाधड़ी भी की गई है। एक्सिस बैंक के मैनेजर अनमोल मिश्रा निवासी इटावा, बैंक कर्मचारी प्रशांत तिवारी निवासी फफूंद जिला औरैया, आशुतोष दुबे निवासी फफूंद जिला औरैया को भी पुलिस ने पड़ा है। बैंक के शाखा प्रबंधक तथा कर्मचारियों के पास से अलग-अलग 90 हजार रुपए की बरामदगी की गई है।
पुलिस की टीमों ने आरोपियों नमन के पास से 5 लाख रुपये व एक सोने की चैन, महेन्द्र से 5 लाख 80 हजार रुपये, मनीष कुमार से 2 लाख 40 हजार रूपये, जगमोहन से 1 लाख 50 हजार रूपये तथा 2 अदद जाली आधार कार्ड, जितेन्द्र कुमार से 1 लाख रूपये, सचिन सिंह के पास से 70 हजार रूपये, आशीष सिंह वैश्य से 50 हजार रूपये, बैंक मैनेजर अनमोल मिश्रा से 50 रुपये , आशुतोष से 20 हजार रुपये, प्रशान्त तिवारी से 20 हजार रुपये बरामद किए गए है।
क्षेत्राधिकारी के मुताबिक अभी कई नाम और प्रकाश में आने हैं। पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में एसओजी तथा सर्विलांस की टीम भी अन्य आरोपियों के तलाश में जुटी है
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