जांच में सूचना असत्य पाये जाने पर शिकायतकर्ता पर उठने लगे सवालिया निशान
संवाददाता
अमित गुप्ता
कालपी/जालौन स्थानीय नगर के मोहल्ला कागजीपुरा स्थिति घर में कथित चोरी की घटना की सूचना की हकीकत को परखने के लिए इलाकाई पुलिस के द्वारा तेजी से घटता स्थल की जांच की गई। जांच में मामला असत्य पाये जाने पर गृहस्वामी की भूमिका संदिग्ध मिलने पर सवालिया निशान उठने लगे हैं।
क्षेत्राधिकारी डॉक्टर देवेंद्र कुमार तथा कोतवाली प्रभारी निरीक्षक कामता प्रसाद ने बताया कि कागजीपुरा मुहल्ले के घर में कथित चोरी की घटना की सूचना मिलने पर चौकी इंचार्ज अभिलाख सिंह की पुलिस टीम तत्परता पूर्वक घटना स्थल पर पहुंची।घर के आगे पीछे हिस्सों में स्थापित सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चैक कराई गई तो उसमें घर में घुसने वाले या ताला तोड़ने वाले किसी भी व्यक्ति की तस्वीर उजागर नहीं हुई। घटना स्थल के सामने रहने वाले पूर्व पालिकाध्यक्ष कमर अहमद ने भी पुलिस को बतलाया कि कैमरों के अलावा तथा किसी भी संदिग्ध व्यक्ति के आने जाने के लक्षण नहीं मिले हैं।ऐसी घनी बस्ती में तथा सीसीटीवी कैमरों के राडार में आकर संदिग्ध का आना जाना प्रतीत नहीं होता है। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि गृह स्वामी शिकायतकर्ता एक प्राइवेट बैंक में एजेंट का काम करता है। उसने कई लोगों से किस्त जमा करने के लिए रकम ले रखी है। जिसे बैंक में जमा नहीं किया है और न ही निवेशकों को रसीद दी गई है। बताते हैं कि निवेशक लोग अपनी जमा रकम को एजेंट से मांग रहे हैं। प्रभारी निरीक्षक के मुताबिक कोई भी व्यक्ति अपने घर के अंदर नगदी रखकर 2-3 दिनों के लिए लापरवाही से दूसरे शहर कैसे चला जायेगा।जब वह खुद ही बैंक का एजेंट है। अपनी रकम को वह बैंक में जमा करके जा सकता था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक 11 दिसंबर को जब गृह स्वामी अपने घर में लौट आया तथा घर के हालात देखें तो वह सीधे थाने सूचना देने नहीं आया बल्कि दूसरे व्यक्तियों को बताता रहा। शिकायतकर्ता के द्वारा एक व्यक्ति का नाम लेकर शंका जता रहा है।विभिन्न तरीके से की गई जांचों में शिकायतकर्ता गृह स्वामी की चोरी की शिकायत असत्य पाई गई है । गलत तथा भ्रामक सूचना पुलिस तथा आसपास के लोगों तक पहुंचाई गई है।
विदित हो कि शिकायतकर्ता ने शिकायत प्रस्तुत की थी कि जब घर के सभी लोग कन्नौज शादी में शामिल होने गये थे। तभी घर का ताला तोड़कर बदमाश नगदी तथा जेवरात ले गये थे। चोरी की
शिकायत मिलने पर पुलिस जांच में मामला असत्य पाये जाने पर शिकायतकर्ता की भूमिका को लेकर सवालिया निशान उठने लगे ह।
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