छोटे वाहन संचालकों की मनमर्जी से लोग परेशान
संवाददाता
अमित गुप्ता
कालपी(जालौन) छोटे वाहन संचालकों की मनमानी तथा लापरवाही से कालपी नगर की यातायात व्यवस्था अच्छी नहीं चल रही है। नागरिकों को परेशानियों से जूझकर सड़को निकालना पड़ रहा है। कई स्थानों में कम उम्र के किशोर ई-रिक्शा, ऑटो को मानवाने तरीके से चलने में लिप्त है।
विदित हो के कालपी नगर में ई- रिक्शा की बाढ़ जैसी स्थिति आ गई है। हर 10 कदम में एक ई- रिक्शा चलता या खड़ा मिल जायेगा। ई रिक्शा गालियों तथा बाजारों में सवारी तथा सामान लेकर घुस जातें है। हालात यह है कि कई ई रिक्शा कम उम्र के बच्चे तथा किशोर लापरवाही तथा तेजी से चलाते हैं। जिससे आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती है। नगर के मुख्य बाजार टरनंनगंज ,मूंगफली मंडी, सर्राफा मार्केट,जुलैहटी मार्केट आदि स्थानों में ई रिक्शा के मनमाने ढंग से संचालन की भरमार हो गई है। ई रिक्शा जब मार्केट या गलियों में में घुस जाते हैं तो यातायात व्यवस्था चौपट हो जाती है। सकरी सड़कों में सवारियां तथा सामान लादने से जाम की स्थिति उतपन्न हो जाती हैं। ई रिक्शा के लिए कोई निर्धारित स्टैंड तथा यातायात का नियमो का पालन नहीं हो रहा है। जिससे हर जगह जाम रहता है। राम चबूतरा, रामगंज, मिर्जा मंडी मोहल्लो की पतली गलियों में ई-रिक्शा पहुंच जाता है। जिससे मोहल्ले के नागरिकों तथा पैदल राहगीरों को चलना भी मुश्किल हो जाता है। इसी क्रम में आपे वाहन के संचालक भी अपनी-अपनी गाड़ियों को चलाने में मनमर्जी करते हैं। कालपी से उरई तथा कालपी से पुखराया, भोगनीपुर के बीच चलने वाले आपे वाहन के संचालक ठूंस ठूंस कर सवारियां भरते हैं। इतना ही नहीं सवारियों के बैठने के लेकर फुल पावर अंडर पास चौराहे में आपे वाहनों की लंबी कतार खड़ी कर देते हैं। जिससे चौराहे का आवागमन प्रभावित होता है। इसी प्रकार दुर्गा मंदिर चौराहे में भी छोटे वाहनों का सवारियों के इंतजार में जमघट लगा रहता है।
फलस्वरुप हाईवे के सर्विस रोड से निकलने वाले राहगीरों तथा दो पहिया, चौपहियां वाहनों के संचालकों को मुसीबत का सामना करना पड़ता है। इस संबंध में अपूर्व शरद श्रीवास्तव, जयवीर सिंह यादव सफीक अहमद आदि ने बताया कि छोटे सवारी वाहनों के लिए जगह-जगह स्टैंड बनाये जाए। इसके अलावा आपे वाहन तथा ई रिक्शा के चालको के नियमित तरीके से लाइसेंसों को चेक किया जाए। उन्होंने बताया कि तमाम सड़कों में स्थाई रूप से अपने-अपने वाहन खड़े करके वाहन मालिक गलियों में अपने घरों में चले जाते हैं। इस वजह से जाम के हालात पैदा होते हैं। उन्होंने अपेक्षा की है कि सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी तथा यातायात पुलिस के जवान यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए विशेष अभियान चलाएं तथा वाहन संचालकों को ट्रैफिक व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए जागरूक करने के लिए प्रेरित करें। मनमाने तरीके से नियम विरुद्ध वाहन चलाने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाये।
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