गौ स्थलों के बेहतर संचालन के लिए जिलाधिकारी ने अधीनस्थों को दिए निर्देश

Feb 21, 2024 - 07:57
 0  74
गौ स्थलों के बेहतर संचालन के लिए जिलाधिकारी ने अधीनस्थों को दिए निर्देश

व्यूरो के 0 के श्रीवास्तव जालौन

उरई जालौन जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने कल देर शाम गौ आश्रय स्थलों का बेहतर संचालन व निराश्रित गौवंशो के भरण पोषण एवं उनको सरंक्षित करने तथा समस्त व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से संचालित हेतु समस्त खण्ड विकास अधिकारी, अधिशाषी अधिकारी व पशु चिकित्सा अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

जिलाधिकारी ने कड़े निर्देश दिए कि अपने-अपने क्षेत्र में सघन अभियान चलाएं एवं अभियान के दौरान निराश्रित गोवंश विचरण करते हुए पाया जाता है तो उसे संबंधित गौ आश्रय स्थल/कांजी हाउस में संरक्षित करेंगे। उन्होंने कहा कि अभियान के बाद एक भी निराश्रित गौवंश वितरण करते पाया गया तो संबंधित अधिकारी के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। उन्होंने कहा कि निजी पशुपालकों के गौवंश विचरण व सड़क पर निराश्रित पाए जाने की दशा में उन्हें कांजी हाउस में संरक्षित करने तथा जुर्माने के तौर पर प्रतिदिन 500 रुपये की दर से जुर्माना आरोपित करने के निर्देश दिए। सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि गौवंश संरक्षण के प्रति शासन द्वारा प्रदत्त निर्देश व शासनादेश के क्रम में जिम्मेदारी पूर्ण व्यवहार शैली अपनाते हुए व्यक्तिगत रुचि के साथ गौशाला में गौवंशो के खाने की उत्तम व्यवस्था के साथ भूसा, हरा चारा, चोकर, शुद्ध पेयजल व साफ सफाई आदि की व्यवस्था नियमित रूप से सुनिश्चित की जाए इसमें किसी भी प्रकार की उदासीनता व लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि निराश्रित गोवंश गौ आश्रय स्थल में संरक्षित होने के बाद भी निराश्रित गौवंश किसानों के खेतों, सड़कों, गांव या नगर कस्बों की गलियों में विचरण करते हुए पाया जाता है तो संबंधित ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सचिव एडीओ पंचायत व खंड विकास अधिकारियों की जिम्मेदारी तय कर कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि गौ आश्रय स्थलौं में शेड के अंदर खड़ंजा में स्लोप हो जिससे यूरिन/वेस्ट वाटर यूरिन पिट में जाए, गोबर गैस प्लांट बनाया जाए, वर्मी कंपोस्ट खाद, ग्रीन प्लांटेशन, चरही पर आईपी सीसीटीवी कैमरा आदि व्यवस्था सुनिश्चित्र करायें। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा निर्धारित धनराशि का सदुपयोग गोवंशों के भरण पोषण एवं अभिलेखों का रखरखाव सही ढंग से करने हेतु सभी ग्राम प्रधानों एवं सभी ग्राम पंचायत ग्राम विकास अधिकारी को निर्देशित किया कि समस्त गौ आश्रय स्थलों में गौवंश संरक्षण पंजिका,भूसा/हरा चारा पंजिका, केश बुक पंजिका, व निरीक्षण पंजिकाओं में लेखा जोखा अनिवार्य रूप से रखें। उन्होंने निर्माणाधीन गौशाला कालपी, नुनवई, जुगराजपुर, एट माधौगढ़, उमरी आदि की समीक्षा कर गौशालाओं के निर्माण कार्य को तेज गति से कार्यों को पूर्ण करने के निर्देश दिए।

इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी भीमजी उपाध्याय, जिला विकास अधिकारी सुभाष चंद्र त्रिपाठी, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी निर्मल कुमार आदि सहित संबंधित अधिकारी वर्चुअल बैठक में मौजूद रहे।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow